चिकित्सक ने समझी मरीज की परेशानी और किया प्लाज्मा डोनेशन

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टीम जीवनदाता की सेवा बन रही मरीजों के लिए जीवनदायीनी, अब तक 190 डोनेशन।

कोटा। कोटा शहर में जिस तेजी से कोरोना मरीजों के आने का क्रम जारी है, उसके अनुपात में कोरोना की जंग जीतकर प्लाज्मा डोनेश करने वालों की संख्या बेहद कम है। टीम जीवनदाता मरीजों के लिए जीवनदायनी बन रही है, लेकिन कोटा में प्लाज्मा डोनेशन कार्य में और तेजी लाने की आवश्यकता है। ये बात प्लाज्मा डोनर महावीर नगर विस्तार योजना निवासी डॉ. विजय जैन (31) ओ पॉजिटिव ने कही।

टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब जोन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने कहा कि डॉ. जैन सीएमएचओ कंट्रोल रूम प्रभारी भी है, जिन्हें पूरे शहर में कोरोना की जानकारी है। कोटा शहर व आसपास के क्षेत्र में कोरोना के कार्य के दौरान मरीजों की पीडा को उन्होंने समझा व देखा है। डॉ. जैन ने कहा कि कोरोना नेगेटिव पेशेंट को अपनी जिम्मेदारी निभाने के लिए आगे आकर प्लाज्मा डोनेशन करना चाहिए।

इस दौरान डॉ. विजय जैन की पत्नी डॉ. पल्लवी जैन ने बताया कि कोरोना को मात देकर जीवन तो बच गया, लेकिन दूसरों का जीवन भी उतना ही मूल्यवान है, इसलिए जो भी ठीक हो रहे हैं, जिनकी एंटीबॉडी अच्छी है, उन्हें आगे आकर कोरोना मरीजों की जान बचानी चाहिए और प्लाज्मा डोनेशन करना चाहिए।

रविवार को प्लाज्मा डोनेशन के दौरान विवेक जैन ने भी संकल्प लिया कि वह शीघ्र ही प्लाज्मा डोनेशन करेंगे। इस दौरान वर्धमान जैन, मोहित दाधिच, मनोज जैन, नीतिन मेहता, प्रतीक अग्रवाल, एडवोकेट महिंद्रा वर्मा, एश्वर्य जैन व राम प्रसाद मीणा सहित कई लोग उपस्थित रहे।

दर-दर पर पहुंचकर कर रहे प्लाज्मा की व्यवस्था
भुवनेश गुप्ता ने बताया कि टीम जीवनदाता के सदस्य एक या दो प्लाज्मा डोनर को तैयार करने के लिए पहले फोन पर बात करते हैं और उसके बाद यदि वह तैयार नहीं होता तो उसके दर पर पहुंचकर उसे समझाते हैं और पूरा प्रयास कर प्लाज्मा डोनेशन करवाने के लिए प्रेरित करते हैं, साथ ही प्लाज्मा की उपयोगिता और उपलब्धता की जानकारी देते हैं। इस कार्य में अब युवाओं का कारवां भी लगातार जुड़ता जा रहा है। स्वस्थ होंकर आने वाले लोग स्वयं भी टीम से बात करके अपने प्लाज़्मा डोनेशन के विषय मे पूछते है। उन्होंने बताया कि शहर में अभी तक 190 प्लाज्मा डोनेशन हो चुके हैं।