नई दिल्ली।संसद के दोनों सदनों में पारित कृषि बिलों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन शुक्रवार को और उग्र होने की संभावना है। विभिन्न किसान संगठनों ने शुक्रवार को बिल के विरोध में देशव्यापी बंद का आह्वान किया है। हरियाणा और पंजाब में बिल का सर्वाधिक विरोध किया जा रहा है। इसके अलावा अन्य कई राज्यों में भी किसान संगठनों के साथ-साथ राजनीतिक दल भी विधेयक के विरोध में सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हैं।
कृषि बिलों का सबसे ज्यादा विरोध पंजाब और हरियाणा में देखने को मिला है। जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को 31 किसान संगठनों ने पंजाब बंद का आह्वान किया है। वहीं हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन समेत कई किसान संगठनों ने बिल के विरोध में किसानों की हड़ताल का समर्थन करने का ऐलान किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी किसानों को उनकी लड़ाई में समर्थन देने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को प्रदेश में धारा 144 के उल्लंघन की कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी।
सीएम ने किसान प्रदर्शनकारियों से अपील करते हुए कहा कि आंदोलन के दौरान कानून व्यवस्था का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आंदोलन के दौरान लोगों को असुविधा न होने पाए और सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान न पहुंचे इसका भी ध्यान रखा जाना चाहिए। हरियाणा में बीकेयू समेत कई किसान संगठनों ने बिल के विरोध में देशव्यापी हड़ताल को अपना समर्थन दिया है।
सरकार भी तैयार
वहीं, प्रदेश की बीजेपी सरकार भी आंदोलन को ध्यान में रखते हुए प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए तैयारी कर ली है। प्रदेश के गृहमंत्री अनिल विज ने गृह विभाग और पुलिस अधिकारियों के साथ मीटिंग की। उन्होंने डीजीपी को हड़ताल के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के निर्देश दिए हैं।
बॉर्डर पर दिल्ली पुलिस अलर्ट
ज्यादातर किसानों ने अपने-अपने इलाकों में रहते हुए प्रदर्शन का ऐलान किया है और राजधानी दिल्ली में न जाने का फैसला किया है।। फिर भी दिल्ली पुलिस शुक्रवार को अलर्ट पर रहेगी। इस मद्देनजर पुलिस ने हरियाणा बॉर्डर सील करने की तैयारी कर ली है। हालांकि, गुरुवार को दिल्ली-हरियाणा मार्ग पर यातायात सामान्य था। किसान समूहों ने आह्वान किया है कि वे कल सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक चक्का जाम करेंगे।
किसानों के प्रदर्शन को विभिन्न राजनीतिक दलों का समर्थन मिल रहा है। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने गुरुवार को ऐलान किया कि वह किसानों के भारत बंद को अपना समर्थन देगी। पार्टी ने कहा कि लाखों पार्टी वर्कर्स किसानों के समर्थन में खड़े रहेंगे और धरना प्रदर्शन में हिस्सा लेंगे। पार्टी के प्रवक्ता ने रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि किसान और खेतिहर मजदूर कठिन मेहनत से देश के लोगों का पेट भरते हैं। मोदी सरकार उन्हीं किसानों और उनके खेतों पर हमला कर रही है।
एसपी ने दिया किसानों को समर्थन
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी भी किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होगी। पार्टी ने कृषि बिलों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है और कहा है कि वे हर जिले में विरोध प्रदर्शन आयोजित करेंगे और जिलाधिकारियों के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौपेंगे। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कृषि बिल को हानिकारक बताते हुए कहा कि यह किसानों और मजदूरों के हितों को चोट पहुंचाती है।