सुशांत केस: अगले हफ्ते आएगी AIIMS की रिपोर्ट, जानिए क्यों जरूरी है यह

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मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत के केस में शुरू से ही शक जताया जा रहा है कि यह आत्महत्या नहीं हत्या है। लंबी कानूनी कार्रवाई के बाद इस केस की जांच सीबीआई को सौंपी गई थी। सीबीआई ने केस के अहम पहलुओं और मौत की जांच के कारणों का पता लगाने के लिए एम्स के एक्सपर्ट पैनल की एक फरेंसिक टीम बनाई थी। यह फरेंसिक एक्सपर्ट की टीम सुशांत के विसरा की भी जांच कर रही है। इस टीम की मेडिकल बोर्ड मीटिंग और सीबीआई की टीम के साथ मीटिंग काफी अहम मानी जा रही है।

सीबीआई की मांग पर एम्स के फरेंसिक डिपार्टमेंट के डॉक्टर सुधीर गुप्ता की अध्यक्षता में एक टीम बनाई गई थी। इस टीम ने मुंबई जाकर न सिर्फ सुशांत के घर की पूरी जांच की थी बल्कि सुशांत का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों की टीम से भी बारीकी से पूछताछ की थी। इस फरेंसिक टीम ने सुशांत के घर पर 3 दिनों तक जांच की थी और 3 बार क्राइम सीन भी रीक्रिएट कियया था। पोस्टमॉर्टम में सुशांत की मौत को आत्महत्या बताया गया था जिसके आधार पर मुंबई पुलिस ने केस में किसी भी साजिश से इनकार किया था।

विसरा की जांच रिपोर्ट सौंपेगी टीम
डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने कहा है कि सुशांत सिंह राजपूत की ऑटोप्सी की रिपोर्ट अगले हफ्ते तक सीबीआई को सौंपी जा सकती है। उन्होंने कहा कि पहले मेडिकल बोर्ड की मीटिंग होगी उसके बाद ही सीबीआई की टीम को यह टीम सुझाव देगी। हालांकि उन्होंने इस जांच रिपोर्ट के बारे में मीडिया से कोई भी बात करने से इनकार कर दिया है क्योंकि अभी मामले की जांच चल रही है। इस विसरा की फरेंसिक जांच से ही यह साबित होगा कि सुशांत ने आत्महत्या की थी या उसके पीछे कोई साजिश थी। सूत्रों के मुताबिक, यह मीटिंग गुरुवार को ही होनी है और एक दिन पहले ही मुंबई से सीबीआई की टीम दिल्ली आ चुकी है।

सीबीआई के लिए क्यों अहम हैं यह रिपोर्ट
सुशांत की मौत की जांच सीबीआई हर ऐंगल से कर रही है। अभी तक सीबीआई ने केवल सुशांत से संबंधित लोगों से पूछताछ की है जिसमें विरोधाभासी बयान सामने आए हैं। माना जा रहा है कि इस रिपोर्ट के आधार पर ही सीबीआई अपनी जांच को आगे बढ़ाएगी। अगर इस फरेंसिक रिपोर्ट में सुशांत की मौत में किसी भी साजिश से इनकार किया जाता है तो सीबीआई सुशांत केस में अपनी क्लोजर रिपोर्ट कोर्ट में फाइल कर सकती है।