धौलपुर। सीमावर्ती प्रदेशों के मुरैना, ग्वालियर तथा आगरा में कोरोना संक्रमण का फैलाव अधिक होने तथा धौलपुर जिले में भी एक माह में बेहताशा वृद्धि होने के मद्देजनर जिला प्रशासन ने शनिवार को एमपी सीमा स्थित सागरपाड़ा पुलिस चौकी पर सख्ती दिखाई। इस दौरान मध्यप्रदेश की ओर से आने वाले दुपहिया वाहन चालकों को कोरोना जांच प्रमाण-पत्र दिखाने को कहा, लेकिन नहीं दिखा पाए। इस पर उनको बैरंग वापस लौटा दिया।
इस दौरान मौके पर पहुंचे जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल तथा पुलिस अधीक्षक केसरसिंह शेखावत ने सख्त हिदायत दी कि कोई भी वाहन चालक अगर धौलपुर में प्रवेश करता है या मुरैना से अपडाउन करता है तो उसकी कोरोना जांच जरूरी है। अगर वह जांच रिपोर्ट दिखाता है तो ही आवागमन करने दिया जाएगा। इसके अभाव में उसे वापस भेजा जाए।
इस दौरान उनके साथ मौजूद पुलिस, चिकित्सा दल और निगरानी दल को बॉर्डर पर सघन जांच के निर्देश दिए। जिला कलक्टर और एसपी ने बॉर्डर पर तैनात पुलिसकर्मियों, मेडिकल टीम से की आने-जाने वाले लोगों व वाहनों के बारे में जांच पड़ताल की। जिला कलक्टर ने कहा कि मुरैना व ग्वालियर से प्रतिदिन कई लोग नौकरी करने धौलपुर की ओर आते हैं। धौलपुर से भी मध्यप्रदेश की ओर नौकरी करने जाते हैं। ऐसे लोगों की कोरोना नेगेटिव रिपोर्ट देखने के बाद ही आने-जाने दिया जाए।
अगर कोई व्यक्ति बिना रिपोर्ट आता है तो उसकी स्क्रीनिंग कर क्वॉरंटीन सेंटर भेजने के निर्देश दिए। अन्य राज्यों से आने वाले लोगों की सघनता से स्क्रीन करने के निर्देश देते हुए जिला पुलिस के जवानों को वाहन चालकों और लोगों की जांच के साथ ही उन्हें सैनिटाइजर का प्रयोग करने के निर्देश दिए। इसके अलावा मेडिकल टीम सभी जिले में आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग करेगी। उन्होंने कहा कि इस समय कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।
पुलिस अधीक्षक ने भी पुलिस कर्मियों को सख्ती से आदेश की पालना के निर्देश दिए। कहा कि कार्य मे लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी पुलिस अधिकारी सीमा में प्रवेश करने वाले वाहनों की गहन जांच कर प्रवेश दें। उल्लेखनीय है कि आगरा, मुरैना तथा ग्वालियर में कोरोना संक्रमण का फैला अधिक होने तथा धौलपुर जिले से लोगों को आवागमन अधिक होने के कारण जिला कलक्टर ने यह निर्णय किया है। इस मौके पर उपखण्डाधिकारी आशीष श्रीवास्तव सहित पुलिस के आलाधिकारी मौजूद रहे