नई दिल्ली। संकट में घिरी यस बैंक के ग्राहकों को मंगलवार को बड़ी राहत मिली है। बैंक ने अपने ग्राहकों को अन्य बैंक के अकाउंट से अपने लोन की ईएमआई तथा क्रेडिट कार्ड के बकाये का भुगतान करने की मंजूरी दे दी है। बैंक ने कहा है कि उसने IMPS/NEFT के जरिए इनवार्ड पेमेंट्स को इनेबल कर दिया है और ग्राहक अपने अन्य खातों से लोन की ईएमआई तथा क्रेडिट कार्ड के बकाये का भुगतान कर सकते हैं।
‘शनिवार तक हट सकती है पाबंदी’
यह कदम बैंक के नवनियुक्त प्रशासक प्रशांत कुमार के उस बयान के एक दिन बाद सामने आया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि बैंक पर लगी पाबंदी को शनिवार तक हटा लिया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा था कि बैंक अपने ग्राहकों को तमाम सुविधाएं बहाल करने को लेकर काम कर रहा है।
RBI ने बैंक को मोराटोरियम में डाला
पूंजी की कमी की वजह से आरबीआई ने बैंक को मोराटोरियम में डाल दिया है, जिसके तहत अब ग्राहक अब अपने खाते से महीने में 50 हजार रुपये से अधिक रकम नहीं निकाल सकते हैं। आरबीआई ने प्रशांत कुमार को बैंक का प्रशासक नियुक्त किया है।
रिजॉल्यूशन प्लान पर काम
यस बैंक एक रिजॉल्यूशन प्लान पर भी काम कर रहा है, जिसके मुताबिक, 10 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से भारतीय स्टेट बैंक (SBI) इसमें 49% हिस्सेदारी खरीद सकता है। रेग्युलेटर बैंक को पुनः पटरी पर लाने को लेकर सरकार की मंजूरी के लिए जल्द से जल्द उबारने का प्लान ला सकता है।