कथा वाचक राजराजेश्वर की NRI नीला से शादी, बाराती बने साधु-संत

0
1306

जोधपुर। कथा वाचक गुरु राज राजेश्वर एनआरआई नीला हिरानी के साथ गुरुवार को खींवसर फोर्ट में विवाह बंधन में बंधे। वर-वधु दोनों मूल रूप से गुजराती हैं और इनकी शादी में देश के कई कथा वाचक, योग गुरु सहित कई हस्तियां शामिल हुईं। समारोह तीन दिन चला।

समारोह के पहले दिन मेहंदी रस्म पर आयोजित महिला संगीत की थीम गुजराती रही। इस दौरान मेहमानों ने पारंपरिक गुजराती ड्रेसेज में गरबा खेला और गुजराती भोजन भी किया। दूसरे दिन खींवसर फोर्ट को फूलों और रंग-बिरंगी लाइटों से दुल्हन की तरह सजाया गया। दूल्हा-दुल्हन शहनाई के बीच रिश्तेदारों और मित्रों संग मंडप में पहुंचे और विधि-विधान के साथ सात फेरे लिए। इस मौके पर विदेशी मेहमानों के लिए खासतौर से राजस्थानी परंपरा के व्यंजन बनाए और उन्हें बाजोट पर परोसा गया।

दूल्हा-दुल्हन को गजेंद्रसिंह खींवसर की ओर से चाय पर आमंत्रित कर शुभकामनाएं दी गईं। समारोह के तीसरे दिन सिविल सेरेमनी सेंड ड्यून्स पर हुई। इसमें मेहमानों को दक्षिण, पंजाबी, राजस्थानी, गुजराती सहित विभिन्न तरह के लजीज पकवान परोसे गए। साथ ही डीजे म्यूजिक पर मेहमानों ने डांस भी किया।

गुरुओं-कथा वाचकों सहित मेहमान पहुंचे
समारोह में कोर्टलैंड पुलिस के हैड साइमन ओएन के अलावा देवी चित्रलेखा, योग गुरु आनंद गिरी, गुरु ब्रह्मेशानंदाचार्य, गुरु डॉ. आनंदमय शर्मा के अलावा कई कथा वाचक और लंदन के बिजनेसमैन पहुंचे। समारोह में करीब 100 मेहमानों ने शिरकत की। इनमें से 75 वर-वधू के मित्र-रिश्तेदार थे, जो विदेश से आए थे। सभी मेहमान शनिवार को दिल्ली के लिए रवाना हो गए।

पधारो म्हारे देश से हुआ स्वागत
इंवेट आयोजक मोनिका सिंघवी ने बताया कि इस कलरफुल और पारंपरिक शादी में मेहमानों के कपड़े से लेकर खाने-पीने तक की हर चीज ट्रेडिशनल रखी गई। मेहमानों का स्वागत तिलक लगा, पुष्पों और पारंपरिक गीत केसरिया बालम आवोनी..पधारो म्हारे देश..के साथ किया गया।