दादाबाड़ी डिस्पेंसरी में हुई डिजिटल मेडिकल प्रोफाइल बनाने की शुरुआत , डिस्पेंसरी को मिली वाई-फाई सुविधा
*अरविन्द कोटा*
सांसद ओम बिरला ने कहा कि केंद्र सरकार ने नई स्वास्थ्य नीति में रोगियों के रिकॉर्ड्स को डिजिटलाइज़ करने पर जोर दिया है, ताकि मरीज को अपने नए-पुराने पर्चे व जांच रिपोर्ट्स लेकर डॉक्टर्स के पास बार-बार भटकना न पडे़।
इस योजना पर अमल करते हुए अगले तीन माह में स्मार्ट सिटी में मेडकॉर्ड्स के माध्यम से हर घर के रोगियों के मेडिकल रिकॉर्ड्स निःशुल्क डिजिटल किए जाएंगे। ताकि वे एक क्लिक पर अपनी मेडिकल हिस्ट्री खुद के मोबाइल पर देख सकें एवं किसी भी विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श भी ले सकें।
शनिवार को दादाबाडी स्वास्थ्य केंद्र पर मेडकॉर्ड्स सुविधा का शुभारंभ करते हुए उन्होंने कहा कि अगले एक वर्ष में प्लान बनाकर कोटा-बूंदी लोकसभा क्षेत्र के प्रत्येक गांव में अंतिम छोर तक रोगियों को यह सुरक्षित डिजिटल रिकॉर्ड सुविधा पहुंचाने का लक्ष्य है। जिससे गरीब रोगियों को समय पर इलाज कराने में बहुत राहत मिलेगी।
हर नागरिक की मेडिकल प्रोफाइल तैयार होने से शहरों के सुपरस्पेशलिस्ट भी गांव के मरीजों का सही डायग्नोसिस कर सकेंगे। शहर के दो युवा आईटी विशेषज्ञ श्रेयांस मेहता व निखिल बाहेती ने मेडिकल क्षेत्र में नए परिवर्तन की शुरूआत की है। इससे कोटा लोकसभा क्षेत्र में जनता के मेडिकल रिकॉर्ड्स को डिजिटल करने की मुहिम एक मिसाल बनेगी।
विधायक संदीप शर्मा ने कहा कि दादाबाड़ी डिस्पेंसरी में इस नवाचार की शुरुआत से आसपास के रोगियों को दूरगामी लाभ होंगे। हर व्यक्ति को एक क्लिक पर मेडिकल हिस्ट्री मिलना सचमुच अल्ट्रा मॉडर्न टेक्नोलॉजी का नमूना है, जो अब तक विकसित देशों तक सीमित रहा। इस मौके पर रिलायंस जियो के गोविंद ओझा ने दादाबाड़ी डिस्पेंसरी को वाई-फाई से जोड़ने की शुरूआत की।
सांसद की घोषणा पर मेडकॉर्ड्स के को-फाउंडर निखिल बाहेती ने कहा कि उनकी टीम अगले 6 माह में सुदूर गांवों तक यह सुविधा पहुंचाने का प्रयास करेगी। इससे डॉक्टर, रोगी, लैबोरेट्री व केमिस्ट के बीच डिजिटल सेतु बन जाएगा, जिससे किसी को इलाज के लिए तरसना नहीं पडे़गा।
अस्पताल प्रभारी डॉ. राजेंद्र शर्मा ने बताया कि मेडकॉर्ड्स से डॉक्टर्स के पर्चे व जांच रिपोर्ट डिजिटल होने से क्षेत्र के 7 हजार से अधिक रोगियों को राहत मिलेगी। समारोह में सीएमएचओ डॉ.अनिल कौशिक, भाजपा देहात जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह, पार्षद प्रकाश सैनी, नरेंद्र सिंह हाड़ा, रमेश आहूजा, देवेंद्र चौधरी ‘मामा’, विनोद नायक, रेखा जैन व महक गौतम सहित डॉक्टर्स एवं गणमान्य नागरिक मौजूद थे ।
पर्सनल हैल्थ असिस्टेंट है मेडकॉर्ड्स
मेडकॉर्ड्स के को-फाउंडर निखिल बाहेती ने कहा कि डिजिटल होने से हर रोगी को मेडिकल हिस्ट्री एक पेज पर मिल जाएगी, जिसे मोबाइल से वह देश-विदेश में कहीं भी भेजकर इलाज करवा सकता है। हमारी व्यस्त दिनचर्या में यह पर्सनल हैल्थ असिस्टेंट की भूमिका निभाएगा।
डाटा व रिपोर्ट सिक्योरिटी, एक्सेसिंग व शेअरिंग तीन ऐसे पहलू हैं, जिससे हर रोगी को निशुल्क फायदा मिलेगा। इसमें सारा डाटा नवीनतम तकनीक एएएस-256 से सुरक्षित रखा जाएगा। क्लाउड सर्विसेस से रिकॉर्ड 100 प्रतिशत उपलब्ध हो सकेगा।
श्रेयांस मेहता ने बताया कि कोटा में प्रतिवर्ष 70 लाख रोगी इलाज के लिए आते हैं, हमारा सपना है कि यह सुविधा हर घर तक पहुंचे।
अगले चरण में रामपुरा सेटेलाइट, एमबीएस, जेके लोन व न्यू मेडिकल कॉलेज में इसे प्रारंभ करने की योजना है। पिछले 1 माह में 175 गांवों के मरीज इससे जुडे़ हैं।