कोटा । इसी साल अगस्त में लांच ‘नेता’ सुर्खियों में रहा है। पहली बार पेश यह टेक्नोलॉजी प्लैटफॉर्म देश के मतदाताओं को उनके जन प्रतिनिधियों की रेटिंग और उनकी समीक्षा करने का अनोखा अवसर देता है। राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनजर राज्य के सभी 200 विधानसभाओं के 45 लाख से अधिक सत्यापित मतदाता राजनेताओं की रेटिंग और समीक्षा कर चुके हैं।
ऐप आम जनता को राजनेताओं की जिम्मेदारी तय करने का अवसर देता है। इस बात का आरंभिक संकेत देता है कि किसी नेता के काम-काज को लेकर जनता क्या राय रखती है। राजस्थान के न केवल महानगरों बल्कि चुरू, झुनझुनु और गंगानगर जैसे टियर 2 और टियर 3 शहरों में भी ऐप की लोकप्रियता तेजी से बढ़ रही है। पूरे देश के लिए उपलब्ध ऐप के आज 1.6 करोड़ सबस्क्राइबर हैं।
यह ध्यान रखते हुए कि ऐप विभिन्न वर्ग के लोग इस्तेमाल करेंगे इसे एंड्रॉयड, पव्ै और 16 भाषाओं में वेब पर उपलब्ध करया गया है। ग्रामीण आबादी समेत सभी प्रकार के जनसमूह इसका उपयोग करें इसलिए ‘नेता ऐप’ विभिन्न माध्यमों का उपयोग करता है जैसे ऐप, आईवीआर कॉल, एसएमएस और फिर आशावादी और आंगनबाड़ी वर्कर्स की मदद से ऑफलाइन एक्टिवेशन भी। नेता ऐप का लक्ष्य राजनीति के नए रुझानों के बारे में जानकारी जुटाना है।
नेता ऐप के राजस्थान लांच पर इसके फाउंडर प्रथम मित्तल ने कहा, ‘‘राज्य में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं। इसलिए यह सही वक्त है कि जनता अपने नेताओं के बारे में अधिक से अधिक जाने और यह संकेत भी दे कि उन्हें कैसा जन प्रतिनिधि चाहिए। नेता ऐप औपचारिक रूप से अगस्त 2018 को देश की राजधानी दिल्ली में पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी द्वारा लांच किया गया था ।