नई दिल्ली। कमजोर ग्लोबल संकेतों की वजह से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार लगातार दूसरे दिन बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। तुर्की में आर्थिक संकट का असर दुनिया भर के बाजारों में दिखा। वहीं रुपया 69.86 प्रति डॉलर के ऑलटाइम लो लेवल पर आ गया।
PSU बैंक, ऑटो, रियल्टी और मेटल शेयरों में कमजोरी से कारोबार के अंत में सेंसेक्स 224 अंकों की गिरावट के साथ 37,645 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि निफ्टी 74 अंक टूटकर 11,356 के स्तर पर क्लोज हुआ। बीएसई पर 1700 से ज्यादा शेयरों में गिरावट रही।
रुपया अब तक के सबसे निचले स्तर पर
सोमवार को रुपया अपने अबतक के सबसे निचला स्तर पर पहुंच गया है। कारोबार के दौरान रुपया 69.86 प्रति डॉलर के भाव पर पहुंच गया, जो ऑलटाइम लो है। कमोडिटी एक्सपर्ट्स के मुताबिक, यूरोपीए करंसी में स्लोडाउन औऱ तुर्की में आर्थिक संकट से बैंकिंग शेयरों में कमजोरी की वजह से डॉलर अन्य करंसी के मुकाबले मजबूत हुआ है, जिसकी वजह रुपए में कमजोरी गहराई है।
मिडकैप-स्मॉलकैप शेयर भी गिरे
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट देखने को मिल रही है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.81 फीसदी गिरा है, जबकि निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.93 फीसदी की कमजोरी आई है। बीएसई का स्मॉलकैप इंडेक्स 0.74 फीसदी लुढ़का है।
किन शेयरों में तेजी, किनमें गिरावट
कारोबार के दौरान दिग्गज शेयरों में कोल इंडिया, सन फार्मा, विप्रो, एमएंडएम, आईटीसी और इंफोसिस में 0.34 से 2.25 फीसदी की बढ़त है। हालांकि वेदांता, एसबीआई, एचडीएफसी, ओएनजीसी, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, मारुति, कोटक बैंक 3.58 से 0.22 फीसदी तक गिरे हैं।
IT-फार्मा इंडेक्स में मजबूती, बैंकिंग शेयर सबसे ज्यादा टूटे
सेक्टोरल इंडेक्स में एनएसई पर आईटी और फार्मा इंडेक्स में तेजी दिख रही है। रुपए में रिकॉर्ड गिरावट से आईटी और फार्मा शेयरों में खरीददारी आई है। जिससे निफ्टी आईटी इंडेक्स 0.81 फीसदी चढ़ा है, जबकि निफ्टी फार्मा 0.66 फीसदी बढ़ा है।
बैंक निफ्टी 1.09 फीसदी लुढ़ककर 27,818.60 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसके अलावा ऑटो इंडेक्स 0.76 फीसदी, फाइनेंशियल सर्विसेज इंडेक्स 1.27 फीसदी, मेटल इंडेक्स 0.97 फीसदी, पीएसयू बैंक इंडेक्स 2.59 फीसदी और रियल्टी इंडेक्स 0.90 फीसदी कमजोर हुआ है।
कमजोर नतीजे से वक्रांगी 18 फीसदी टूटा
वक्रांगी लिमिटेड का शेयर सोमवार को 18 फीसदी टूटकर 51.50 रुपए के भाव पर आ गया। शेयर में कमजोरी वक्रांगी के कमजोर नतीजे के बाद आई है। वित्त वर्ष 2019 की पहली तिमाही में वक्रांगी का नेट प्रॉफिट 92 फीसदी गिरकर 13.1 करोड़ रुपए रहा। वहीं पिछले साल समान अवधि में वक्रांगी को 168 करोड़ रुपए रहा था।