Express way: दरा घाटी में ट्रैफिक जाम से निजात के लिए बनेगा नया 4-लेन रोड

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स्पीकर बिरला की मौजूदगी में NHAI और MoRTH की बैठक में निर्णय

नई दिल्ली। कोटा-बून्दी संसदीय क्षेत्र में रोड कनेक्टिविटी से जुड़ कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स को लेकर सोमवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की मौजूदगी में दिल्ली में NHAI और MoRTH अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग-52 पर दरा घाटी में लगने वाले ट्रैफिक जाम की समस्या के स्थायी समाधान को लेकर विभिन्न प्रस्तावों व विकल्पों पर विस्तार से चर्चा हुई।

एन-एच 52 (झालावाड़ से कोटा की ओर) को 4-लेन रोड से दिल्ली मुम्बई एक्सप्रेस वे टनल के पास तक जोड़ने एवं प्रस्तावित 4 लेन रोड से नई लिंक सड़क बनाते हुए दरा नाल के आगे (कोटा वाले छोर) स्टील ब्रिज तक कनेक्ट के विकल्प को सर्वश्रेष्ठ मानते हुए इसे लागू करने का निर्णय लिया गया।

इसके तहत कोटा- झालावाड़ एनएच-52 पर स्थित कमलपुरा से कंवरपुरा गांव की ओर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे तक 7 किमी लंबा 4-लेन रोड बनाने का निर्णय लिया गया, जो एक्सप्रेस टनल के करीब 500 मीटर पहले कनेक्ट होगा। साथ ही, एनएच-52 के किमी 296/300 (स्टील ब्रिज) से प्रस्तावित 4 लेन रोड को 2 किमी लम्बी लिंक रोड से जोड़ा जाएगा, जिससे झालावाड़ से कोटा की ओर यात्रा करने वाले वाहनों को सुगम मार्ग मिलेगा।

इस सड़क के बनने से कोटा-झालावाड़ व झालावाड़ से कोटा आने वाले वाहन चालकों को वर्तमान दरा घाटी मार्ग के अतिरिक्त दो नए विकल्प मिल जाएंगे। स्पीकर बिरला ने अधिकारियों को इस प्रस्ताव को शीघ्र स्वीकृति दिलाकर निर्माण कार्य हेतु तेजी से कार्य करने के निर्देश दिए।

इसके अतिरिक्त चेचट-सुकेत मार्ग के विस्तार और कोटा जिले में प्रस्तावित ग्रीनफील्ड एलाइनमेंट पर भी बैठक में विस्तार से चर्चा हुई। इस परियोजना के दिल्ली-मुम्बई एक्सप्रेसवे से एनएच-52 को जोड़ने के लिए 4-लेन स्पर रोड के निर्माण प्रस्तावित है, जिसकी कुल लंबाई 15.08 किमी होगी।

यह मार्ग सुकेत-सतलखेड़ी कुदायला-रामगंजमंडी और चेचट जैसे औद्योगिक केंद्रों को सीधे एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा, जिससे कोटा स्टोन, धनिया मंडी, सीमेंट और कृषि उत्पादों का परिवहन तेज और सुगम होगा। 4 लेन सड़क का निर्माण रामगंजमण्डी में भारी वाहनों के बढ़ते दबाव को कम करेगा।

किसानों के लिए ग्रेवल रोड पर हुई चर्चा
बैठक में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने अधिकारियों को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दोनों ओर किसानों के आवागमन के लिए ग्रेवल रोड के लिए कार्ययोजना बनाने को कहा। इस सम्बन्ध में अधिकारियों ने अवगत करवाया कि राज्य द्वारा निशुल्क जमीन आवंटन की स्थिति में एनएचआई द्वारा ग्रेवल सड़क का निर्माण संभव है। स्पीकर बिरला ने सभी एजेंसियों को भूमि आवंटन सहित सभी प्रक्रियाओं पर सामन्जस्य बनाते हुए कार्य करने के निर्देश दिए। ग्रेवल सड़क के निर्माण से ग्रामीण क्षेत्र की बड़ी आबादी और उद्योगों को लाभ मिलेगा। इस दौरान एच.एच.ए.आई चेयरमेन संतोष कुमार यादव, सड़क एवं परिवहन मंत्रालय के सचिव वी. उमाशंकर, लोकसभा के संयुक्त सचिव गौरव गोयल सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।