मुकुंदरा टाइगर, रामगढ़ विषधारी एवं शेरगढ़ अभ्यारण्य हाड़ौती में पर्यटन के आकर्षण

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राइजिंग राजस्थान सम्मिट में होटल-रिसोर्ट के सर्वाधिक प्रोजेक्ट के एमओयू अभ्यारण्य के नजदीक: माहेश्वरी

कोटा। फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन की एक बैठक बूंदी के एक रिसोर्ट में आयोजित की गई । बैठक की अध्यक्षता होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा डिवीजन के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने की।

बैठक में संभागीय मुख्य वन संरक्षक एवं क्षेत्र के निदेशक मुकुंदरा हिल टाइगर रिजर्व रामकरण खेरवा, बूंदी जिला के मुख्य फॉरेस्ट अधिकारी संजीव शर्मा, होटल फेडरेशन बूंदी ईकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप चांदवानी, मुख्य सलाहकार महेश पाटौदी, सचिव लोकेश सुखवाल, सह कोषाध्यक्ष भगवान मंडावरा, विट्ठल सनाढय एवं कोटा संभाग के सलाहकार बोर्ड के निदेशक अनिल मूंदड़ा सहित कई प्रतिनिधि मौजूद थे।

संभागीय मुख्य वन संरक्षक खेरवा ने कहा कि हाड़ौती के पर्यटन विकास के लिए होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग द्वारा बहुत बेहतरीन प्रयास किया जा रहे हैं। उन्होंने फेडरेशन द्वारा प्रकाशित सेविनियर को बेहतरीन बताते हुए कहा कि इसमें संपूर्ण हाड़ौती के पर्यटन स्थलों को बहुत ही सुन्दर सलीखे से दर्शाया गया है। खेरवा ने कहा कि हमारे पास हाड़ौती में मुख्य टाइगर अभ्यारण्य, रामगढ़ विषधारी अभ्यारण्य, शेरगढ़ अभ्यारण्य सबसे बड़े पर्यटकों के लिए आकर्षण के केंद्र हैं।

एक ही संभाग में इस तरह का आकर्षण देश में कहीं नहीं है, जिन्हें पूर्ण विकसित करने के लिए निरंतर प्रयास हो रहे हैं। मुकुंदरा में शीघ्र ही महाराष्ट्र से टाइगर लाए जा रहे हैं। शेरगढ़ अभ्यारण्य जो बांरा झालावाड़ के नजदीक है, वहां पर्यटकों को वाइल्ड लाइफ सफारी करने एवं वहां इकोटेल का निर्माण करवाया जाएगा। यह इंटरप्रिरेकशन सेंटर भी बनाया जाएगा, जिसमें टाइगर से हिरण तक के वन्यजीवों की सजीव डमी होगी, जो देखने में उनके असल होने का एहसास करायेगी।

यहां मुख्यमंत्री बजट घोषणा पत्र 2024-25 के इको टूरिज्म शुरू किया जाएगा। इसके लिए कोटा वन्य जीव विभाग को 10 करोड़ का बजट मिलेगा, जिसके प्रस्ताव भेज दिए गए हैं। जल्द ही शेरगढ़ अभ्यारण्य ऐतिहासिक सेंचुरी के द्वार पर्यटकों के लिए खुल सकेंगे । बूंदी जिला के मुख्य फॉरेस्ट अधिकारी संजीव शर्मा ने कहा कि शेरगढ़ टाइगर अभ्यारण्य को विकसित करने के भरपूर प्रयास चल रहे हैं। वर्तमान में पांच टाइगर हैं।

दीपावली के बाद दो टाइगर ओर मध्य प्रदेश से लाये जा रहे हैं। साथ ही स्वदेश दर्शन योजना के तहत केशोरायपाटन मंदिर को विकसित किया जा रहा है, जो 37 करोड़ का प्रोजेक्ट है। उसके साथ ही नाताड़ा गांव के पास जामुनी देह चम्बल टापू है, जो कोटा के भी नजदीक बेहतरीन स्थल है। वहां मगरमच्छों की भरमार है, जो चंबल के बीचों बीच है उसको भी विकसित किया जा रहा है। यहां शीघ्र ही नौकायन शुरू की जाएगी।

बूंदी इकाई फेडरेशन के मुख्य सलाहकार महेश पाटौदी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रदीप चांदवानी ने कहा कि रामगढ़ अभ्यारण्य को विकसित करने के लिए डीएफओ संजीव शर्मा भरपूर प्रयास कर रहे हैं। इसके नजदीक तलवास गांव जो कि भारत माला हाईवे के नजदीक है वहां अनंता होटल ग्रुप ने 115 बीघा जमीन होटल रिसोर्ट के लिए ली है और भी ग्रुप वहां आने के लिए प्रयास कर रहे हैं। इस क्षेत्र में पुरातत्व ऐतिहासिक धरोहर एवं कई तालाब हैं। पहाड़ियों एवं घने जंगलों से युक्त यह क्षेत्र पर्यटन के दृष्टिकोण से बेहतरीन है, जो हाड़ौती के पर्यटन विकास में महत्वपूर्ण भूमिका रखता है।

होटल फेडरेशन ऑफ राजस्थान कोटा संभाग के अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने बैठक में कहा कि हाड़ौती में तीन अभ्यारण्य होना सौभाग्य की बात है। मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र के साथ रणथंभोर में भी टाइगर लाये जाना चाहिए। अभी सरिस्का में टाइगर रणथंभौर से भेजे गए हैं। ऐसा होता है तो यहां के तीनों अभ्यारण्य जो झालावाड़ बारां, बूंदी एवं कोटा से जुड़े हुए हैं।

माहेश्वरी ने कहा कि पर्यटन विकास के लिए अभ्यारण्य का विकास महत्वपूर्ण है हाड़ौती में पर्यटन विकास को दृष्टिगत रखते हुए फेडरेशन द्वारा इन क्षेत्रों में होटल रिसोर्ट के 15 बड़े एमओयू साइन हुए हैं। वह सभी ग्रामीण क्षेत्र एवं इन अभ्यारण के नजदीकी हैं। इसके लिए फेडरेशन ने भरपूर प्रयास किए हैं। यह प्रोजेक्ट कोटा, झालावाड़, बांरा एवं बूंदी रोड पर आ रहे हैं।

उन्होंने वन अधिकारियों से आग्रह किया कि अभ्यारण्य को शीघ्र विकसित किया जाए जिससे पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो सके। बाहर से निवेशक कोटा में आ सकें। फेडरेशन के पदाधिकारी शीघ्र झालावाड़ एवं बांरा में भी पर्यटन विकास को लेकर बैठक का आयोजन शीघ्र करेंगे। उसके पश्चात कोटा में सभी फेडरेशन जिलो की बडी बैठक का आयोजन होगा जिसमें दिसंबर माह में कोटा में आयोजित किए जाने वाले हाड़ौती पयर्टन महोत्सव की भूमिका बनाई जाएगी।