कोच्चि। Elaichi Price: केरल में इस वर्ष मौसम की हालत प्रतिकूल होने तथा प्राकृतिक आपदाओं का प्रकोप रहने से छोटी (हरी) इलायची के उत्पादन में भारी गिरावट आने की संभावना है जबकि नए माल की तुड़ाई-तैयारी में भी काफी देर हो गई है।
केरल देश में छोटी इलायची का सबसे प्रमुख उत्पादक राज्य है। जानकारों के अनुसार फरवरी से मई तक मानसून पूर्व सीजन के दौरान केरल में वर्षा का अभाव रहा जबकि जुलाई-अगस्त में भारी बारिश हो गई। इससे फसल को काफी नुकसान हुआ। कुछ विश्लेषक तो वहां पिछले साल के मुकाबले इस बार उत्पादन में 50 प्रतिशत तक की जोरदार गिरावट आने की आशंका व्यक्त कर रहे हैं।
आमतौर पर इलायची के नए माल की छिटपुट तुड़ाई-तैयारी जून के अंत या जुलाई के आरंभ से शुरू हो जाती है और मध्य जुलाई से जोर पकड़ने लगती है लेकिन इस बार अगस्त के अंतिम सप्ताह तक तुड़ाई नहीं या नगण्य हुई।
अब नए माल की आवक शुरू होने की संभावना है। लेकिन कीमतों में तेजी की रंगत नहीं देखी जा रही है। विश्लेषक के अनुसार उत्पादन में जबरदस्त गिरावट की संभावना को देखते हुए छोटी इलायची का दाम उछलकर 3200-3500 रुपए प्रति किलो की ऊंचाई पर पहुंच जाने की उम्मीद की जा रही थी मगर कई कारणों से इसका अभी तक कोई संकेत नहीं मिल रहा है।
एक तो खपत केन्द्रों में पिछले माल का स्टॉक पड़ा हुआ है और दूसरे, उत्तरी भारत में भारी वर्षा होने से डीलर्स को केरल पहुंचकर इसकी खरीद करने में कठिनाई हो रही है। इलायची में निर्यात मांग भी ज्यादा मजबूत नहीं है। लेकिन अब त्यौहारी सीजन की मांग निकलने पर इसके दाम में कुछ तेजी आ सकती है जो उत्पादक केन्द्रों में अभी 2100-2500 रुपए प्रति किलो के बीच चल रही है।