नई दिल्ली। सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी मूल्य तीनों शीर्ष उत्पादक प्रांतों- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र तथा राजस्थान में लुढ़ककर न्यूनतम समर्थन मूल्य से काफी नीचे आ गया है जबकि लूज में भाव और भी नीचे है। उम्मीद के विपरीत चालू खरीफ सीजन में सोयाबीन के बिजाई क्षेत्र में बढ़ोत्तरी हुई है और अक्टूबर से इसके नए माल की आवक शुरू हो जाएगी।
किसानों के पास सोयाबीन का अच्छा खासा स्टॉक अभी मौजूद है और विदेशों से विशाल मात्रा में सस्ते सोया तेल का आयात होने से स्वदेशी क्रशर्स-प्रोसेसर्स ऊंचे दाम पर सोयाबीन खरीदने को तैयार नहीं हैं। सोयामील की घरेलू एवं निर्यात मांग सामान्य है।
प्लांट भाव
2 से 8 अगस्त वाले सप्ताह के दौरान सोयाबीन का प्लांट डिलीवरी भाव मध्य प्रदेश में 4350/4550 रुपए प्रति क्विंटल 4400/4525 रुपए प्रति क्विंटल तथा राजस्थान 4325/4525 रुपए प्रति क्विंटल दर्ज किया गया जो न्यूनतम समर्थन मूल्य 4600 रुपए प्रति क्विंटल से नीचे था। सरकार ने अगले सीजन के लिए समर्थन मूल्य 6.3 प्रतिशत बढ़ाकर 4892 रुपए प्रति क्विंटल नियत किया है।
सोया तेल (रिफाइंड)
सोया रिफाइंड तेल का दाम भी घटकर 94-95 रुपए प्रति किलो रह गया है जो आम उपभोक्ताओं को राहत प्रदान करने वाला है मगर निर्माताओं का मार्जिन इससे प्रभावित हो रहा है। इसका भाव 8 अगस्त को कोटा में 960 रुपए, मुम्बई में 940 रुपए, कांडला में 930 रुपए तथा हल्दिया में 920 रुपए प्रति 10 किलो दर्ज किया गया।
आवक
घरेलू मंडियों में 2 अगस्त को 1.60 लाख बोरी, 3 अगस्त को 1.40 लाख बोरी, 5 अगस्त को 1.20 लाख बोरी, 6 अगस्त को 1.40 लाख बोरी, 7 अगस्त को 1.60 लाख बोरी तथा 8 अगस्त को 1.50 लाख बोरी सोयाबीन की आवक हुई जबकि प्रत्येक बोरी 100 किलो की होती है।
सोया डीओसी
सोया डीओसी की कीमतों में मिश्रित रूख देखा गया। जुलाई में देश के अंदर क्रूड डिगम्ड सोयाबीन तेल का आयात तेजी से बढ़कर 4 लाख टन के करीब पहुंच जाने का अनुमान है। इससे इसकी आपूर्ति एवं उपलब्धता की स्थिति काफी सुगम हो गई।