जयपुर। स्थान भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने पाली जिले के फालना रेलवे स्टेशन के पास टिकट एजेंट से 65 हजार रुपए रिश्वत लेने पर रेलवे पुलिस बल (आरपीएफ) के एक निरीक्षक, एक महिला उप निरीक्षक व एएसआइ को बुधवार देर रात गिरफ्तार किया।
निरीक्षक व एसआइ ने साइबर ठगी की शिकायत के मामले में मदद और जब्त सामान वापस लौटाने के बदले एक लाख रुपए मांगे थे। ब्यूरो के उप महानिरीक्षक हरेन्द्र कुमार महावर ने बताया कि फालना में टिकट बनाने का एक एजेंट है।
गत दिनों उसके खिलाफ साइबर ठगी की शिकायत मिली थी। ब्यूरो ने दबिश देकर आरपीएफ निरीक्षक करपालसिंह व एसआइ डिम्पल को पकड़ लिया। देर रात पूछताछ के बाद तीनों को गिरफ्तार किया गया। ब्यूरो की कार्रवाई से रेलवे स्टेशन के आस-पास हड़कम्प मच गया।
आरपीएफ ने उसके ठिकानें पर दबिश देकर लेपटॉप व अन्य सामग्री कब्जे में ले लिए थे, जिन्हें थाने ले जाया गया था। इस मामले की जांच में मदद करने और जब्त सामान लौटाने के लिए पीड़ित टिकट एजेंट ने आरपीएफ अधिकारियों से सम्पर्क किया। तब उन्होंने किसी के मार्फत एक लाख रुपए रिश्वत मांगी। जिसकी शिकायत पीड़ित टिकट एजेंट ने एसीबी से की।एसीबी ने मंगलवार को गोपनीय सत्यापन करवाया, जिसमें एक लाख रुपए रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई।
आरोपी ने 35 हजार रुपए सत्यापन के दौरान ही ले लिए। शेष 65 हजार रुपए रिश्वत लेने के लिए एएसआइ ने टिकट एजेंट को बुधवार रात फालना रेलवे स्टेशन के पास बुलाया, जहां पहुंचते ही पीडि़त ने एएसआइ को 65 हजार रुपए दिए।
तभी इशारा मिलते ही अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक खींवसिंह के नेतृत्व में एसीबी ने दबिश दी और एएसआइ रमेश को हिरासत में लिया। उसके कब्जे से रिश्वत राशि बरामद की गई। एएसआइ रमेश ने आरपीएफ निरीक्षक करपालसिंह व उप निरीक्षक डिम्पल के लिए रिश्वत ली थी, इसलिए ब्यूरो के अधिकारियों ने दोनों से बात करवाई। जिसमें दोनों अधिकारियों के रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई।