भारत में एडवेंचर ट्यूरिज्म को बढ़ाने में महिला उद्यमियों की विशेष भूमिका: डॉ. अनुकृति

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कोटा। कोटा विश्वविद्यालय में वाणिज्य एवं प्रबंधन विभाग में एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनुकृति शर्मा ने शनिवार को साइप्रस टर्किश एंटरप्रेन्योर वूमेंस एसोसिएशन की ओर से आयोजित कार्यशाला को संबोधित किया। उन्होंने वूमेंस एम्पावरमेंट एंड एंटरप्रेन्योरशिप फॉर ए ब्राइटर फ्यूचर ऑफ टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री विषय पर महिला उद्यमियों को संबोधित किया।

इस दौरान डॉ. अनुकृति ने कहा कि भारत में एडवेंचर ट्यूरिज्म का चलन तेजी से बढ़ रहा है। भारत में एडवेंचर ट्यूरिज्म को आगे बढ़ाने में महिला उद्यमियों की विशेष भूमिका है। पर्यटन उन प्रमुख क्षेत्रों में से एक है जो लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण और उनकी आर्थिक स्थिति को बढ़ाने में जोरदार योगदान दे सकता है।

पर्यटन के क्षैत्र में महिलाओं के कौशल को बढ़ाने, स्वरोजगार के लिए उनकी क्षमताओं का निर्माण करने, उन्हें नए उद्यम निर्माण में गतिविधियाँ शुरू करने के लिए प्रशिक्षित करने और युवाओं को आवश्यक प्रशिक्षण, मार्गदर्शन, सलाह प्रदान करके मुख्यधारा में लाने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। आज विश्वभर में हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ने वाला क्षेत्र है। इस क्षेत्र में रोजगार के भी भरपूर अवसर मौजूद हैं।

उन्होंने कहा कि पर्यटन और आतिथ्य उद्योग में सफल भविष्य निर्माण के लिए कुछ स्किल्स का होना बेहद आवश्यक है। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में बेहतर करियर बनाने के लिए कम्युनिकेशन स्किल सबसे अहम है।

क्योंकि हॉस्पिटैलिटी क्षेत्र में देश- विदेश के अलग -अलग संस्कृतियों, भाषाओं, पृष्ठभूमि से लोग आते हैं और उनसे डील करना होता है। इसलिए सबसे अहम है कि उन लोगों से बेहतर कम्युनिकेशन स्थापित कर सकें और अच्छी से अच्छी सर्विस मुहैया करवा सकें।

यह स्किल दुनिया भर में अवसर खोलने का काम करेगी। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में टाइम मैनेजमेंट भी महत्वपूर्ण होता है। टाइम मैनेजमेंट से ही चीजों को सही से हैंडल कर पाएंगे। जिससे अपने अंदर लीडरशिप क्वालिटी भी निखरकर सामने आएगी। साथ ही, इस क्षेत्र में प्रेजेंटेशन के गुण होना बेहद आवश्यक है।