कोटा। Jee Main Paper Analysis: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की ओर से 8 अप्रैल सोमवार के जेईई के पेपर का कठिनाई स्तर बढ़ा दिया गया। सोमवार को पहली पारी में इस पेपर में केमिस्ट्री कुछ हद तक आसान से मध्यम स्तर का था, जबकि मैथ्स में कठिन और लंबे प्रश्न थे। कई छात्रों द्वारा इसे मध्यम से कठिन स्तर का माना है।
केमिस्ट्री में अधिकांश सवाल थ्योरिटिकल थे। इनमें ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री से पूछे गए सवालों की संख्या सबसे अधिक थी। परीक्षा में फिजिकल केमिस्ट्री बहुत कम पूछी गयी।मोशन एजुकेशन के संस्थपक ओर सीईओ नितिन विजय ने बताया कि फिजिकल केमिस्ट्री में केमिकल काइनेटिक्स और थर्मोडायनामिक्स जैसे अध्यायों से सवाल पूछे गए थे।
हाइड्रोकार्बन, एल्डिहाइड, केटोन और कार्बोक्जिलिक एसिड, सामान्य कार्बनिक रसायन विज्ञान, आवधिक गुण और समन्वय यौगिक जैसे प्रमुख कार्बनिक और अकार्बनिक अध्यायों से प्रश्न पूछे गए थे। लगभग सभी प्रश्न कमोबेश एनसीईआरटी से संबंधित ही पूछे गए थे।
छात्रों से प्राप्त फीडबैक के अनुसार, फिजिक्स वाले भाग का डिफिकल्टी लेवल मध्यम स्तर पर था। पेपर में मैकेनिक्स के प्रश्न प्रमुख रहे। साथ ही, ईएमआई, मॉर्डन फिजिक्स और मैग्नेटिज्म जैसे अध्यायों के प्रश्न भी पेपर में विधिवत प्रस्तुत किए गए थे। ज्यादातर सवाल 11वीं कक्षा के सिलेबस से पूछे गए थे।
विद्यार्थियों के फीडबैक के आधार पर मैथ्स का पेपर कठिन स्तर का था। पेपर में वेक्टर और 3डी और मैट्रिक्स और निर्धारक के सवाल प्रमुख थे। अनुक्रम और श्रृंखला के बारे में भी प्रश्न पूछे गए। निर्देशांक ज्यामिति के लिए जटिल संख्याएँ कागज पर थीं।
लगभग सभी विषयों को कवर किया गया। प्रश्नों की गुणवत्ता अच्छी थी और गणित भाग के कारण पेपर थोड़ा लंबा था। कुल मिलाकर, औसत विद्यार्थियों को गणित कठिन लगता है। आगे के लिए अच्छी संख्या में मॉक टेस्ट हल करना एक प्रभावी रणनीति साबित होगी।