नई दिल्ली । हफ्ते के पहले कारोबारी दिन में भारतीय रुपए ने डॉलर के मुकाबले कमजोर शुरुआत की। सोमवार को भारतीय रुपया डॉलर के मुकाबले 9 पैसे की कमजोरी के साथ 64.69 पर कारोबार कर रहा था। वहीं 11 बजे के आसपास यह गिरावट 12 पैसे की हो गई। यानी इस कमजोरी में 3 पैसे का और इजाफा देखा गया।
इसके साथ रुपया डॉलर के मुकाबले 64.73 पर पहुंच गया। लेकिन क्या आप जानते हैं कि डॉलर के मजबूत होने और भारतीय रुपए के कमजोर होने से आम आदमी पर क्या असर पड़ता है, चलिए आपको समझाते हैं। जानिए रुपए की कमजोरी से आम आदमी पर क्या असर पड़ता है।
रुपए के कमजोर से 4 नुकसान:
महंगा होगा विदेश घूमना: रुपए के कमजोर होने से अब विदेश की यात्रा आपको थोड़ी महंगी पड़ेगी क्योंकि आपको डॉलर का भुगतान करने के लिए ज्यादा भारतीय रुपए खर्च करने होंगे। फर्ज कीजिए अगर आप न्यूयॉर्क की हवाई सैर के लिए 3000 डॉलर की टिकट भारत में खरीद रहे हैं तो अब आपको पहले के मुकाबले ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे।
विदेश में बच्चों की पढ़ाई होगी महंगी: अगर आपका बच्चा विदेश में पढ़ाई कर रहा है तो अब यह भी महंगा हो जाएगा। अब आपको पहले के मुकाबले थोड़े ज्यादा पैसे भेजने होंगे। यानी अगर डॉलर मजबूत है तो आपको ज्यादा रुपए भेजने होंगे। तो इस तरह से विदेश में पढ़ रहे बच्चों की पढ़ाई भारतीय अभिभावकों को परेशान कर सकती है।
डॉलर होगा मजबूत तो बढ़ेगी महंगाई: डॉलर के मजबूत होने से क्रूड ऑयल भी महंगा हो जाएगा। यानि जो देश कच्चे तेल का आयात करते हैं, उन्हें अब पहले के मुकाबले (डॉलर के मुकाबले) ज्यादा रुपए खर्च करने होंगे। भारत जैसे देश के लिहाज से देखा जाए तो अगर क्रूड आयल महंगा होगा तो सीधे तौर पर महंगाई बढ़ने की संभावना बढ़ेगी।
डॉलर में होने वाले सभी पेमेंट महंगे हो जाएंगे:वहीं अगर डॉलर कमजोर होता है तो डॉलर के मुकाबले भारत जिन भी मदों में पेमेंट करता है वह भी महंगा हो जाएगा। यानी उपभोक्ताओं के लिहाज से भी यह राहत भरी खबर नहीं है। यानी आसान शब्दों में भारत का इंपोर्ट बिल (आयात बिल) बढ़ जाएगा।