सहारा निवेशकों और कर्मचारियों का सेबी के विरुद्ध विशाल प्रदर्शन

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जयपुर। आज डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, राज्यसभा सदस्य, भारतीय जनता पार्टी के आह्वान पर प्रदेश भर से और हाडोती से आए हज़ारों लोगों ने जिनमें सहारा इंडिया परिवार के निवेशक व कार्यकर्ता भी शामिल थे, आज सेबी के विरुद्ध सहारा के रुपए 25 हजार करोड़ बिना औचित्य के अपने पास रखने के मुद्दे पर अभूतपूर्व रैली निकाल कर एवं आगरा-जयपुर हाईवे जाम कर ज़बर्दस्त विरोध प्रदर्शन किया।

डॉ. किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में भारी संख्या में लोगों ने सेबी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया एवं नारेबाजी की । जयपुर में यह रैली बस्सी चौक से भवानी सिंह रोड, जयपुर स्थित सेबी कार्यालय तक निकाली गयी तथा सेबी के अधिकारियों को अपनी मांग व ज्ञापन देकर त्वरित कार्यवाही की मांग की गई।

सहारा ने सेबी के पास रुपए 25 हजार करोड़ से अधिक जमा करवा रखे हैं ताकि उसके निवेशकों को उनका धन वापस मिल सके। लोकसभा में सेबी ने यह स्वीकार किया है कि उसने क्षेत्रीय व राष्ट्रीय समाचार पत्रों में 4 बार विज्ञापन दिये हैं और उसके बाद भी विगत् 9 वर्षों में उसने निवेशकों को मात्र रुपए 125 करोड़ का ही भुगतान किया है। मार्च, 2018 में सेबी ने साफ-साफ कह दिया था कि वह जुलाई, 2018 के बाद निवेशकों की किसी भी धन वापसी याचिका पर विचार नहीं करेगा।

ये राशि 25 हजार करोड़ सहारा द्वारा सेबी को निवेशकों का भुगतान करने के लिए ही दी गई हैं और माननीय सर्वाेच्च न्यायालय के आदेशानुसार इस कार्य के सम्पन्न होने के पश्चात् सेबी को शेष धन सहारा को वापस करना है। सेबी ने यह धन अपने पास फंसा रखा है और हाथ पर हाथ धरे बैठा है। सेबी का यह कृत्य निवेशकों और कर्मियों के हितों के विरुद्ध है।

इस विरोध प्रदर्शन की अगुवाई करते हुए डॉ. किरोड़ी लाल मीणा, राज्यसभा सदस्य, भारतीय जनता पार्टी ने कहा, ‘‘सेबी ने सहारा के रुपए 25 हजार करोड़ अपने पास फंसा कर रखे हैं। विगत् 9 वर्षों में सेबी ने इस विशाल धनराशि से कुछ भी नहीं किया है।

बेकार पड़ी यह धनराशि करोड़ों निवेशकों के हितों को चोट पहुंचा रही है, जो कि उनके खून-पसीने की कमाई है, साथ ही सेबी का यह कृत्य सहारा के 14 लाख कर्मियों पर भी आघात है। यह हमारे देश की आर्थिक प्रगति को भी नुकसान पहुंचा रहा है। यदि सेबी ने तुरंत ही इस मामले को सुलझाने का काम नहीं किया तो यह मुद्दा सरकार के भीतर विभिन्न स्तरों पर उठाएंगे और यदि आवश्यकता हुई तो मैं इस मुद्दे को वित्त मंत्री प्रधानमंत्री के सम्मुख भी रखूंगा।‘‘