नई दिल्ली। हजारों लग्जरी गाड़ियों को ले जा रही एक कॉर्गो जहाज अटलांटिक महासागर में डूब गई। 16 फरवरी को जर्मनी से यूएसए जा रही जहाज फेलिसिटी ऐस में आग लग गई, जिसके बाद गाड़ियों से भरी जहाज समुंद्र में डूब गई। इस बर्निंग जहाज के डूबने से 1100 करोड़ से अधिक का नुकसान हुआ है।
ये गाड़ियां डूबीं
एसोसिएटेड प्रेस के अनुसार फेलिसिटी ऐस (कॉर्गो जहाज का नाम) में इलेक्ट्रिक और गैर-इलेक्ट्रिक दोनों वाहनों को ले जाया जा रहा था। 16 फरवरी को जिस जहाज में आग लगी थी उसमें पोर्श, बेंटले, लेम्बोर्गिनी जैसी लग्जरी गाड़ियां भी लोड थी। कंपनी के इनसाइडर के अनुसार जो जहाज डूबी है, उसमें फॉक्सवैगन समूह की लगभग 4,000 कारों को यूएसए ले जाया जा रहा था।
लिथियम बैटरी में लगी थी आग
समुंद्री जहाज के कप्तान का कहना है कि जहाज में आग उस समय लगी जब एक ईवी के लिथियम बैटरी में आग लग गई । नेवी ने अपने बयान में कहा कि जहाज में आग लगने के बाद शिप पर सवार सभी 22 क्रू मेंबर्स को पॉर्च्युगीज नेवी और एयरफोर्स द्वारा रेस्क्यू कर सुरक्षित होटल पहुंचा दिया गया है। वहीं जहाज को बिना किसी क्रू मेंबर के अकेले समुद्र में तैरने के लिए छोड़ दिया गया है।
पहले भी हुई हैं ऐसी घटना
आपको जानकारी के लिए बता दे, ये पहली बार नहीं जब फोक्सवैगन की कारे महासागर में डूबी हैं। इससे पहले 2019 में ग्रांडे अमेरिका में आग लग गई थी। उस घटना में भी ऑडी, पॉर्श जैसी 2,000 लग्जरी कारें इस जहाज के साथ पानी में डूब गई थीं।
द वॉल स्ट्रीट जर्नल के अनुसार एमओएल शिप मैनेजमेंट सिंगापुर ने कहा कि शुक्रवार को बताया कि जहाज में आग लगने की वजह से चारो तरफ काफी धुंआ फैला हुआ था, जिस समय क्रू मेंम्बर को बचाया जा रहा था उस समय जहाज महासागर में डूब रहा था