नई दिल्ली। देश में कोरोना की तीसरी लहर के बढ़ते खतरे को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को इमरजेंसी मीटिंग की। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएम मोदी ने बच्चों के वैक्सीन ड्राइव को तेज करने के निर्देश दिए । मोदी ने कहा कि जिन राज्यों में कोरोना के ज्यादा मामले आ रहे हैं उन राज्यों को टेक्निकल सपोर्ट दिया जाए।
पीएम ने जिला स्तर पर पर्याप्त हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में राज्यों के साथ समन्वय बनाए रखने को कहा। मोदी ने राज्यों की स्थिति पर चर्चा करने के लिए सीएम के साथ बैठक बुलाए जाने को कहा। उन्होंने कोरोना के मामलों के मैनेजमेंट के साथ नॉन-कोविड हेल्थ सर्विस की निरंतरता सुनिश्चित करने की जरूरत पर जोर डाला।
पीएम मोदी ने इस बैठक के बाद एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, ‘कोविड-19 की मौजूदा स्थिति पर चर्चा हुई। 15 से 18 साल के यंगस्टर्स सहित हेल्थकेयर इंफ्रास्ट्रक्चर और वैक्सीनेशन ड्राइव की तैयारियों की समीक्षा की। इसके अलावा नॉन-कोविड हेल्थ सर्विस को जारी रखना सुनिश्चित किया।’
समीक्षा बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, कैबिनेट सचिव राजीव गाबा, गृहसचिव अजय भल्ला, स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, ICMR के डीजी समेत कई अधिकारी शामिल हुए। देश में कोरोना महामारी की तीसरी लहर में संक्रमण का आंकड़ा पहली बार डेढ़ लाख के आंकड़े को पार कर गया है।
कोविड-19 की स्थिति पर प्रजेंटेशन
- मीटिंग में हेल्थ सेक्रेटरी ने वर्तमान में दुनियाभर में रिपोर्ट किए जा रहे मामलों में तेजी पर प्रजेंटेशन दिया। इसके बाद भारत में कोविड-19 की स्थिति पर भी प्रजेंटेशन दिया गया। इसमें राज्य और जिन जिलों में सबसे ज्यादा कोरोना के मामले आ रहे हैं उन्हें हाइलाइट किया गया।
- कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से राज्यों की सहायता के लिए क्या कदम उठाए गए हैं उसे भी हाइलाइट किया गया। कोरोना की तीसरी लहर में पीक पर कितने मामले आ सकते हैं उसे भी प्रजेंट किया गया।
- इमरजेंसी कोविड रिस्पॉन्स पैकेज (ECRP-II) के तहत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, टेस्टिंग कैपिसिटी, ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की उपलब्धता और कोविड की दवाओं के बफर स्टॉक को अपग्रेड करने के लिए राज्यों की मदद का प्रजेंटेशन दिया गया।
- पीएम ने जिला स्तर पर पर्याप्त हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अधिकारियों से इस संबंध में राज्यों के साथ समन्वय बनाए रखने को कहा।
- प्रजेंटेशन में बताया गया कि 7 दिन में 31% बच्चों (15-18 साल) को वैक्सीन की पहली डोज दी गई है। पीएम ने इस उपलब्धि को नोट किया और मिशन मोड में वैक्सीन ड्राइव को और तेज करने को कहा।