शेयर बाजार धड़ाम, निवेशकों को 11.45 लाख करोड़ रु. से अधिक का नुकसान

0
207

मुंबई। घरेलू शेयर बाजार में पिछले दो कारोबारी सत्रों से जारी भारी गिरावट से निवेशकों के 11,45,267.43 रुपये का नुकसान हुआ है। वैश्विक बाजारों में नकरात्मक रुख के बीच विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली जारी रहने के बीच बाजार नीचे आया। तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स सोमवार को 1,189.73 अंक यानी 2.90 प्रतिशत टूटकर 55,822.01 अंक पर बंद हुआ।

इससे पिछले कारोबारी दिवस यानी शुक्रवार को सेंसेक्स 889.40 अंक यानी 1.54 प्रतिशत की गिरावट लेकर 57,011.74 पर बंद हुआ था। इस गिरावट के साथ बीएसई में सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 11,45,267.43 करोड़ रुपये घटकर 2,52,57,581.05 करोड़ रुपये रह गया।

बाजार में गिरावट के कारण
वायरस का खतरा बढ़ा
कोरोना का नया वैरिएंट ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है। ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए ट्रैवल रेस्ट्रिक्शन से लेकर लॉकडाउन लगाया जा रहा है। कई यूरोपियन कंट्रीज में ओमिक्रॉन तेजी से फैल रहा है। ऐसे में नीदरलैंड ने लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। ग्लोबल मार्केट में भी इस वजह से गिरावट आई है।

विदेशी निवेशकों ने निकाले पैसे
पिछले 40 दिनों में विदेशी निवेशकों (FII) ने बाजार से 80 हजार करोड़ रुपए निकाल लिए हैं। अकेले दिसंबर में, FII ने कैश मार्केट में 26,000 करोड़ रुपए से ज्यादा की बिकवाली की। इस साल की यह सबसे बड़ी मंथली सेलिंग है। 17 दिसंबर को FII ने कैश मार्केट में 2,069 करोड़ रुपए की बिकवाली की।

महंगाई को लेकर चिंता
इसके अलावा बढ़ती महंगाई को लेकर दुनिया भर के प्रमुख केंद्रीय बैंकों की चेतावनियों ने निवेशकों को डरा दिया है। महंगाई से निपटने के लिए बैंक ऑफ इंग्लैंड ने ब्याज दरें बढ़ाने वाला दुनिया का पहला प्रमुख केंद्रीय बैंक है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने भी महंगाई को चिंता का बड़ा कारण बताया है।

सेंसेक्स पर केवल 2 शेयर हरे निशान में
सेंसेक्स के 30 में से 28 शेयरों में गिरावट रही। केवल हिंदुस्तान यूनिलीवर (1.70%) और डॉ. रेड्डी (1.02%) हरे निशान में बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरावट टाटा स्टील (5.20%), एसबीआई (3.97%), इंडसइंड बैंक (3.93%), बजाज फाइनेंस (3.89%) और एचडीएफसी बैंक (3.14%) में देखने को मिली।