सर्दी से ठिठुरते मरीजों के तीमारदारों को कंबल निधि से मिली राहत

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कोटा। सर्दी का मौसम प्रारंभ होते ही एक बार फिर एमबीएस अस्पताल और न्यू मेडिकल काॅलेज अस्पताल में कंबल निधि प्रारंभ हो गई। अस्पताल में भर्ती मरीजों को कंबल और गर्म बिस्तर निशुल्क उपलब्ध करवाने वाले इस प्रकल्प का शुभारंभ लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एमबीएस अस्पताल में किया। उन्हीं की प्रेरणा से वर्ष 2007 में यह प्रकल्प प्रारंभ हुआ था, जिसको अब 15 वर्ष हो गए हैं।

कम्बल वितरित करते लोकसभा अध्यक्ष बिरला।

बेहतर उपचार सुविधाओं और अनुभवी डाॅक्टरों के कारण कोटा की आसपास के क्षेत्रों में बड़े उपचार केंद्र के रूप में पहचान है। राजस्थान ही नहीं मध्य प्रदेश तक से यहां बड़ी संख्या में मरीज उपचार के लिए आते हैं। इनमें से अधिकांश अभाव ग्रस्त और जरूरतमंद वर्ग से होते हैं।

अस्पताल में भर्ती मरीजों को तो सुविधा मिल जाती है, लेकिन उनके साथ आए तीमारदारों को काफी परेशानी उठानी पड़ती है। सर्दी के मौसम में तीमारदारों की परेशानी और बढ़ जाती है। सर्दी से बचाव के लिए अस्पताल के आसपास या तो कंबल और गर्म बिस्तर मिलता ही नहीं है। यदि मिलता है तो उसका किराया चुकाने के पैसे तीमारदारों के पास नहीं होते। ऐसे में वे कंपकंपाती सर्दी में भी खुले में सोने को मजबूर हो जाते हैं।

तीमारदारों की इस पीड़ा की जानकारी जब लोकसभा अध्यक्ष बिरला को मिली तो उन्होंने वर्ष 2007 में जनसहयोग से कंबल निधि की शुरूआत की। इस प्रकल्प के माध्यम से तीमारदारों को कंबल व गर्म बिस्तर निशुल्क उपलब्ध करवाया जाता है। हर वर्ष सर्दी की दस्तक होते ही प्रकल्प प्रारंभ कर दिया जाता है।

इस वर्ष भी एक दिवसीय दौरे पर संसदीय क्षेत्र कोटा-बूंदी आए लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने रविवार को इसका शुभारंभ किया। इस दौरान कोटा ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश राठी और महामंत्री महेश खंडेलवाल भी साथ रहे। कंबल निधि प्रारंभ होते ही इस सेवा का लाभ उठाने के लिए तीमारदारों की कतारें लग गईं। लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने स्वयं तीमारदारों को कंबल और गर्म बिस्तर सौंपे।

वंचितों की सेवा हमारा दायित्व
कंबल निधि का शुभारंभ करने के बाद स्पीकर बिरला ने कहा कि समाज के सक्षम वर्ग का दायित्व है कि वे वंचित और अभावग्रस्त वर्ग की सहायता के लिए आगे आएं। अस्पताल में आने वाली अधिकांश मरीज आपातकालीन परिस्थिति में आते हैं। उनको लाते समय तीमारदारों का ध्यान सिर्फ मरीज की जिंदगी बचाने की ओर होता है। ऐसे में वे कंबल, गर्म बिस्तर आदि लेकर नहीं आते। पिछले तीन दिनों से जारी बरसात से अचानक सर्दी में तेजी आई है। ऐसे में तीमारदारों को अब कंबल और गर्म बिस्तार की आवश्यकता है।

तीमारदारों को मिलेंगे साफ कंबल और बिस्तर
कोटा ग्रेन एंड सीड्स मर्चेंट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश राठी ने बताया कि कंबल निधि में तीमारदारों को साफ-सुथरे कंबल और गर्म बिस्तर उपलब्ध करवाए जाएंगे। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। समिति बहुत जल्द आधुनिक रैन बसेरा भी प्रारंभ करेगी जहां जरूरतमंदों को रात बिताने की सुविधा मिलेगी। दिन में वहां छोटे बच्चों के लिए स्कूल चलेगा।