कोटा। जेईई-मेन के चाैथे चरण की परीक्षा 26 अगस्त से प्रस्तावित है। एनटीए ने विद्यार्थियाें के एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। हालांकि एडमिट कार्ड की खामियाें के चलते बहुत से विद्यार्थी परेशान हाे रहे हैं। कॅरियर काउंसलिंग एक्सपर्ट अमित आहूजा ने बताया कि कई स्टूडेंट्स ने 9 से 11 अगस्त के मध्य दिए गए करेक्शन के विकल्प के दौरान अपनी कैटेगरी में परिवर्तन तो किया।
लेकिन उनकी कैटेगरी पूर्व के आवेदन के अनुसार ही नजर आ रही है। साथ ही कई विद्यार्थियाें के चारों भरे हुए परीक्षा केन्द्र के अतिरिक्त नया केन्द्र आवंटित कर दिया गया। ऐसे विद्यार्थियों को जेईई-मेन वेबसाइट पर दिए गए ई-मेल के माध्यम से एनटीए को सूचित करना चाहिए, ताकि समस्या का समाधान समय रहते हो सके।
ड्राॅप बाॅक्स में छाेड़कर आएं एडमिट कार्ड और रफ शीट
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि चारों चरणों में विद्यार्थी के बेस्ट परफॉर्मेंस के आधार पर मेरिट बनाई जाएगी। इसके आधार पर लगभग 1.5 लाख विद्यार्थी जेईई-एडवांस्ड दे पाएंगे। इसी मेरिट के आधार पर एनआईटी, ट्रिपल-आईटी तथा सेंट्रल फंडेड टेक्निकल इंस्टिट्यूट में प्रवेश मिलेगा। परीक्षा के बाद केंद्र छोड़ने से पहले एडमिट कार्ड तथा रफ शीट्स को ड्रॉप बॉक्स में डालना नहीं भूले।
ऐसा न करने पर विद्यार्थी को परीक्षा से डिसक्वालीफाई किया जा सकता है। जेईई-मेन प्रवेश परीक्षा में इंडिविजुअल सब्जेक्ट कटऑफ का नियम लागू नहीं होता है। ऐसे में यदि किसी विद्यार्थी का कोई सब्जेक्ट कमजोर है तो परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। अनावश्यक तौर पर उस कमजोर सब्जेक्ट के अधिक प्रश्नों को हल करने में उलझने की बजाए अन्य विषय के प्रश्नों को ध्यानपूर्वक हल करने की कोशिश करें।