असली घी के नाम पर कहीं आप मिलावटी घी तो नहीं खा रहे, ऐसे लगाएं पता

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कोटा। आप जो घी खा रहे हो वह कहीं मिलावटी तो नहीं। यह भी जानना आपके लिए जरूरी है। भारतीय रसोई में शुद्ध देशी घी का इस्तेमाल आम है। आयुर्वेद के अनुसार, यह अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसके अलावा, यह पूरे शरीर को डिटॉक्सीफाई करता है और पोषण भी देता है।

मिलावटी घी खरीदने से पैसों के साथ-साथ सेहत का भी नुकसान होता है। मार्केट में जिन कंपनियों का घी मिलता है, वो यह दावा करती हैं कि उनका प्रोडक्ट सौ फीसदी शुद्ध है, लेकिन ऐसा होता नहीं है। इनमें कई तरह की मिलावट की जाती है। ऐसे घी के इस्तेमाल से कई तरह की बीमारियां होने का भी डर रहता है। आप चाहें तो घी में मिलावट का पता कुछ आसान तरीकों से लगा सकते हैं। हम आपको बताने जा रहा है कुछ ऐसे ही आसान टिप्स…

पहला तरीका
घी में मिलावट हुई है या नहीं यह पता लगाने के लिए एक बर्तन में एक चम्मच घी गर्म कर लें। अगर घी तुरंत पिघल जाता है और गहरे भूरे रंग में बदल जाता है, तो यह शुद्ध है। और अगर पिघलने में समय लगता है और हल्के पीले रंग में बदल जाता है, तो यह मिलावटी है।

​दूसरा तरीका
मिलावट है की नहीं पता करने के लिए नारियल के तेल का भी इस्‍तेमाल कर सकते हैं। डबल-बॉयलर तरीके का इस्तेमाल करके एक जार में कुछ घी पिघलाएं और दूसरे जार में डालें और जार को फ्रिज में रख दें। अगर घी और नारियल का तेल अलग-अलग परतों में जम जाएगा, तो घी मिलावटी है और जो घी आप इस्तेमाल कर रहे हैं वह शुद्ध है।

तीसरा तरीका
टेस्ट ट्यूब में एक बड़ा चम्मच घी गरम करें, और एक चुटकी चीनी के साथ बराबर मात्रा में गाढ़ा एचसीआई मिलाएं। सभी को मिलाने के लिए अच्छी तरह हिला लें। अगर निचली परत में गुलाबी या लाल रंग दिखता है तो इसे वनस्पती घी जैसे कठोर घी के साथ मिलाया जाता है।

चौथा तरीका
अपनी हथेली में एक चम्मच घी डालें, अगर यह खुद ही पिघलना शुरू कर दे, तो समझ लें कि वह शुद्ध है। और यदि घी को हथेलियों पर रगड़ते ही वह जम जाए और उसमें खुशबू आनी बंद हो जाए, तो वह नकली है।

​पांचवा तरीका
एक और तरीका जिससे घी में मिलावट का आसानी से पता लगा सकते हैं। अगर घी में थोड़ा सा आयोडीन सोल्यूशन मिला दिया जाए, जो भूरे रंग का है और वह बैंगनी रंग में बदल जाता है, तो घी में स्टार्च की मिलावट होती है।