नई दिल्ली। आपने भारत सरकार के 112 India ऐप के बारे में जरूर सुना होगा। यह एक ऐसा ऐप है जहां एकही प्लैटफॉर्म पर अलग-अलग इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध हैं। यह एक ऑल-इन-वन ऐप्लिकेशन है जिसके जरिए लोग सिर्फ एक टैप पर ही मेडिकल, फायर या कोई दूसरी इमरजेंसी में मदद हासिल कर सकते हैं। यानी यूजर्स 112 इंडिया ऐप का इस्तेमाल SOS अलर्ट के लिए कर सकते हैं।
भारत सरकार के इंडिया इमरजेंसी रिस्पॉन्स सपॉर्ट सिस्टम (ERSS) अभियान के तहत बनाए गए इस ऐप का मुख्य एजेंडा जरूरतंद नागरिकों को तेजी से मदद मुहैया कराना है। ऑफिशल रिस्पॉन्स टीम और स्थानीय वॉलिंटियर्स की मदद से ऐसा किया जाता है। इस ऐप में लोग खुद को वॉलिंटियर के तौर पर रजिस्टर भी करा सकते हैं। फिलहाल यह ऐप 23 राज्यों और केंद्र शासित राज्यों में अपनी सेवाएं देता है। 112 इंडिया ऐप ऐंड्रॉयड व आईओएस दोनों प्लैटफॉर्म्स पर उपलब्ध है।
ऐसे करें इस्तेमाल
इस ऐप को इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को अपने फोन नंबर के साथ रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद फोन पर आए OTP को एंटर करना होगा। बता दें कि ऐप आपसे नाम, उम्र और लोकेशन जैसी जानकारी मांगता है, लेकिन सिर्फ तब जबकि आप खुद को वॉलिंटियर के तौर पर रजिस्टर करना चाहते हैं। इसके अलावा, यह ऐप यूजर्स से इमरजेंसी की स्थिति में सूचना के लिए किसी इमरजेंसी कॉन्टैक्ट की डीटेल्स भी मांगता है।
बात करें ऐप के काम करने के तरीके की तो यह बेहद सिंपल और आसान है। यह ऑटोमैटिकली यूजर की डीटेल जैसे नाम, उम्र, इमरजेंसी कॉन्टैक्ट और लोकेशन स्थानीय इमरजेंसी सर्विस डिलिवरी डिपार्टमेंट्स और आसपास के वॉलिंटियर्स को भेजता है। इसके अलावा यह 112 पर एक ऑटोमेटेड कॉल भी करता है। यह कॉल स्टेट इमरजेंसी कंट्रोल रूम पर जाती है। इसके अलावा ऐप इमरजेंसी कॉन्टैक्ट पर्सन को भी जानकारी देता ह
क्या-क्या ऑप्शन मिलते हैं
112 India का इंटरफेस इस्तेमाल करने में बेहद आसान है। 4 बड़ी इमरजेंसी अलर्ट ऑप्शन- फायर, मेडिकल, पुलिस और अन्य (Other) ऐप में मिलते हैं। इसके अलावा ऐप में यूजर की लोकेशन को एक पिन के साथ गूगल मैप में पिनपॉइंट किया जाता है। चारों ऑप्शन को सिर्फ एक सिंगल टैप पर कमांड दिया जा सकता है। जिसका मतलब है कि यूजर्स को बस बटन पर टैप करना है और ऐप को पता चल जाता है कि उसे क्या करना है।
यह ऐप वाकई रिस्पॉन्स करता है और अपने दावे के मुताबिक काम भी करता है। हमने कई ऑप्शन इस्तेमाल करके देखे और सिर्फ एक मिनट में ही हमें स्टेट इमरजेंसी कंट्रोल रूम से कॉल आई। ऐप में कई दूसरे ऑप्शन भी हैं जैसे कि वॉलिंटियर और इमरजेंसी इनबॉक्स। इस फीचर से यूजर्स किसी हादसे या इमरजेंसी सर्विस के पहुंचने में लगने वाले वक्त को ट्रैक कर सकते हैं।