नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और धारा 35-ए के हटने के बाद राज्य की इकोनॉमी को नई रफ्तार मिलने की संभावनाएं जग गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने भी दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के विकास की राह में धारा 370 सबसे बड़ा रोड़ा है, चूंकि अब मोदी सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लेते हुए धारा 370 और 35-ए को हटा दिया है, तो देश के तमाम बड़े बिजनेसमैन और इंडस्ट्री जम्मू-कश्मीर में व्यापार और बिजनेस की नई संभावनाएं तलाश रहे हैं।
होटल इंडस्ट्री भी जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बड़े स्तर पर निवेश की योजना बना रही है।
श्रीनगर, गुलमर्ग, सोनमर्ग और पहलगाम जैसे घाटी वाले क्षेत्रों में लेमन ट्री, द पार्क, शेरेटन, शेरेटन द्वारा फोर पॉइंट, ली-मेरिडियन और रेडिसन ब्लू जैसे ब्रांड होटल पाइपलाइन में हैं। जम्मू-कश्मीर में टूरिज्म इंडस्ट्री को ध्यान में रखते हुए यहां होटल इंडस्ट्री निवेश की बड़ी योजना में है।
बता दें कि लेमन ट्री ने गुलमर्ग और सोनमर्ग में 35-40 बेड का होटल खोलने का प्रस्ताव रखा है। होटल कंसल्टेंसी एचवीएस (HVS) के अनुसार, जम्मू और कश्मीर में 2019 से 2023 के बीच में होटलों में 1059 रूम उपलब्ध हो जाएंगे
टूरिस्ट की पसंद है घाटी
पयर्टन मंत्री प्रहलाद पटेल ने अंग्रेजी अखबार को बताया ‘ जम्मू-कश्मीर में हर साल करोड़ों टूरिस्ट पहुंचे हैं। पिछले साल तनावपूर्ण स्थिति में भी 3 करोड़ पर्यटकों ने जम्मू और कश्मीर का दौरा किया था। जिनमें 80 लाख लोग वैष्णो देवी पहुंचे थे और बाकी अमरनाथ गए थे।
अब हमने लोगों के मन में भय को हटा दिया है, तो कल्पना कर सकते हैं कि आने वाले समय में जम्मू-कश्मीर में पहुंचने वाले पर्यटकों की क्या स्थिति होगी।” पटेल ने यह भी कहा कि जम्मू-कश्मीर के बुनियादी ढांचे में अब सुधार होना चाहिए और वह जमीनी आवश्यकताओं का आकलन करने के लिए सितंबर में लद्दाख जाएंगे।
कंपनी निवेश के लिए तैयार
इंडियन एसोसिएशन ऑफ टूर ऑपरेटर्स के अध्यक्ष प्रणब सरकार ने कहा, “एक बार जब क्षेत्र पूरी तरह से सुरक्षित हो जाएगा, तो पर्यटक आएंगे और यहां अधिक से अधिक निवेश करेंगे।” इंडियन होटल्स कंपनी लि. (IHCL) के सीईओ पुनीत छतवाल ने कहा, “हमें सिर्फ घाटी में शांति की जरूरत है। लोगों को स्वतंत्र रूप से घूमने में सक्षम होना चाहिए”।