छबड़ा । राजस्थान में बारां जिले के छबड़ा मोतीपुरा स्थित सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट की 660 मेगावाट की छठी इकाई से रात 12 बजे बिजली का व्यावसायिक उत्पादन शुुरू हो गया। इससे थर्मल प्लांट कुल 2320 मेगावाट बिजली उत्पादन कर प्रदेश में पहले नंबर पर मजबूत स्थिति में आ गया है।
मोतीपुरा स्थित थर्मल पावर प्लांट में 250-250 मेगावाट की चार इकाइयों से बिजली उत्पादन हो रहा है। राज्य सरकार ने सुपर क्रिटिकल थर्मल पावर प्रोजेक्ट की 5वीं व छठी इकाई को 2009 में स्वीकृति दी थी। इनके लिए 7 हजार 920 करोड़ रुपए प्रस्तावित थे। बाद में 10 हजार 910 करोड़ रुपए की संशोधित राशि स्वीकृत की।
दोनों इकाइयों के निर्माण पर जनवरी 2019 तक कुल 8 हजार 929 करोड़ 39 लाख रुपए खर्च किए गए। सुपर क्रिटिकल यूनिट की पांचवीं इकाई के बाद अब छठी इकाई प्रारंभ होने से बिजली उत्पादन 2320 मेगावाट हो गया है।
थर्मल सूत्रों के अनुसार 660 मेगावाट की छठी इकाई को पिछले साल 28 अगस्त को रात 11.42 बजे पहली बार तेल ईंधन पर सिंक्रोनाइज्ड किया गया था। 23 अक्टूबर 2018 से इस इकाई द्वारा काॅल फायरिंग की गई। 3 दिसंबर से 3 जनवरी तक इस इकाई ने सफलतापूर्वक रिलाइबिलिटी रन पूरा हुआ।
इसके 90 दिन का समय पूरा होने पर सोमवार रात को वाणिज्यिक उत्पादन प्रारंभ कर दिया है। इससे पहले सुपर क्रिटिकल की पांचवीं इकाई को 2 अक्टूबर 2016 को सिंक्रोनाइज्ड किया और 9 अगस्त 2018 से इस इकाई से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू हुआ था। इन दोनों इकाइयों से प्रतिदिन 3.168 करोड़ यूनिट बिजली मिलेगी।