चौमा में सोरती मेले का शुभारंभ
कोटा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि हाड़ौती भक्ति की धरती है। यहां चौमेश्वर महादेव, कंसुआ धाम और केशवराय जी के ऐतिहासिक मंदिर हैं। इन मंदिरों को भव्य स्वरूप देते हुए हाड़ौती के अन्य मंदिरों से जोड़कर आध्यात्मिक सर्किट विकसित किया जाएगा। कोटा-बूंदी सहित हाड़ौती में आने वाले लोगों को यहां जंगल और वाटर सफारी के साथ धार्मिक आस्था और विश्वास के केंद्रों का भी भ्रमण कर सकेंगे।
सांगोद विधान सभा क्षेत्र में ग्राम पंचायत चौमा मालियान की ओर से आयोजित सोरती मेले का शुभारंभ करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के अधिकारियों को चौमेश्वर महादेव मंदिर का प्रोजेक्ट तैयार करने के लिए कहा है। हमारी कोशिश है कि यहां हाड़ौती ही नहीं पूरे देश से श्रद्धालु दर्शनों के लिए आएं।
कार्यक्रम को संबोधित करते पूर्व विधायक हीरालाल नागर ने कहा कि स्पीकर बिरला ने इस सम्पूर्ण क्षेत्र के विकास के लिए सदैव प्रतिबद्धता के साथ काम किया है। उन्होंने परवन परियोजना के लिए पैसा दिलवाया। उनके प्रयासों से ही यह परियोजना पूरी होगी।
सरपंच उच्छमा मीणा ने कहा कि ग्रामीणों की ओर से चौमेश्वर महादेव मंदिर का प्रसाद योजना के तहत करवाने का आग्रह किया। कार्यक्रम में जिला प्रमुख मकेश मेघवाल, प्रधान कृष्णा शर्मा, जिला परिषद सदस्य योगेंद्र नन्दवाना अल्कू, पूर्व जिला परिषद सदस्य प्रेम गोचर, सरपंच प्रतिनिधि भीमराज मीणा सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।
परवन योजना से आएगी समृद्धि
स्पीकर बिरला ने कार्यक्रम के दौरान परवन परियोजना को पूरा करवाने का आश्वासन दिया। बिरला ने कहा कि इस योजना के लिए केंद्र सरकार से पैसा दिलवाया गया है। योजना की गति अभी धीमी है लेकिन हमारा प्रयास है कि यह जल्द पूरी हो। इस योजना से सम्पूर्ण क्षेत्र में समृद्धि आएगी।
युवा पीढ़ी को संस्कृति-संस्कारों से जोड़ें
स्पीकर बिरला ने कहा कि सोरती मेला हमारी महान संस्कृति और संस्कारों का प्रतिबिंब हैं। घर के वरिष्ठ लोग युवा पीढ़ी को लेकर इस मेले में अवश्य लाएं। मंदिर के इतिहास के साथ इस मेले से जुड़ी परम्पराओं से अवगत कराएं। गौरवशाली इतिहास को एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी तक पहुंचाना भी हमारी जिम्मेदारी है।