कोटा। कोटा को कैटल फ्री शहर बनाने के लिए आज शहरी विकास मंत्री शान्ति धारीवाल ने ‘देवनारायण आवासीय योजना’ का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में 501 पशुपालकों को कब्जा पत्र एवं उनके आवासों की चाबियां सौंपी गईं। इसी के साथ 300 करोड़ रुपये की लागत से बनाई गई हाईटेक देवनारायण आवासीय योजना में पशुपालकों को शिफ्ट करने का काम शुरू हो गया है। इससे पहले धारीवाल ने गायों की पूजा की और उसके बाद पशुपालकों को उनके आवास के कब्जा पत्र सौंपे।
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के कार्यक्रम स्थल पर पहुंचते ही गर्मजोशी से पशुपालकों एवं गुर्जर समाज के लोगों ने जोरदार स्वागत किया। महिलाएं नाचती गाती नए घर में प्रवेश के लिए पहुंची। योजना विकसित किए जाने से पहले शहर में विभिन्न समस्याओं का सामना कर मूलभूत सुविधाओं से वंचित दयनीय स्थिति में रह रहे पशुपालको का सर्वे करवाया गया। साथ ही देश के अन्य प्रदेशों में चालू योजना का अध्ययन, अवलोकन कर बंधा धर्मपुरा में 105 हैक्टेयर भूमि पर देवनारायण आवासीय योजना को अत्याधुनिक सुविधाओ और हाइटैक तरीके से नगर विकास द्वारा विकसित किया गया।
पशुपालको को आवास के साथ पशुबाडे, भूसा कक्ष, बिजली, पानी, चौड़ी सडके, सीवरेज जैसी मूलभूत सुविधाओ के अलावा स्कूल, चिकित्सालय, दूध मंडी, हाट बाजार, सामुदायिक भवन, पुलिस चौकी, डेयरी उद्योग, चारागृह मैदान, मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट, बायोगैस प्लांट, आवागमन के लिए बसों का संचालन कि सुविधा मिलेगी। देवनारायण आवासीय योजना जल्द ही देवनारायण नगर के नाम से अपनी पहचान बनाएगी। यहां गोबर से भी पशुपालकों को आमदनी होगी। नगर विकास न्यास एक रुपए प्रति किलो की दर से गोबर खरीदेगा जिससे पशुपालकों को अतिरिक्त आमदनी होगी।
साथ ही घरेलू गैस के लिए भी बायोगैस से कनेक्शन दिए गए है। इसके साथ ही अतिरिक्त गैस उत्पादन होने पर राजस्थान स्टेट गैस लिमिटेड को विक्रय की जाएगी। यही नहीं 4.79 हेक्टेयर में मिल्क प्रोसेसिंग यूनिट स्थापित किया जा रहा हैं। प्रोसेसिंग यूनिट को शुरू होते ही पशुपालकों का दूध विक्रय की सुविधा भी उपलब्ध होगी।
501 पशुपालकों को शिफ्ट किया जायेगा: इस दौरान मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि इस तरह की सुविधा पशुपालकों के लिए देश ही नहीं विदेश में भी किसी सरकार ने विकसित नहीं की। जहां पशु पालकों को रहने के साथ-साथ उनके बच्चों को पढ़ने अस्पताल समय सभी सुविधाएं मिलेगी। पहले फेज में 501 पशुपालकों को शिफ्ट किया जायेगा । यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने कहा कि इससे पशुपालकों के जीवन में परिवर्तन तो आएगा ही साथ ही कोटा के कैटल फ्री शहर भी बनेगा। सभी पशुपालक अपने पशुओं को लेकर इस योजना में शिफ्ट होंगे जिससे कि शहर में मवेशियों की समस्या से छुटकारा मिलेगा।