सेंसेक्स 765 अंक गिर कर 55,094 पर, निवेशकों को 3 लाख करोड़ का घाटा

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मुंबई। विदेशी निवेशकों की बिकवाली से शेयर बाजार में आज भारी गिरावट रुख बना हुआ है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 764.72 अंक गिरकर 55,093.80 पर कारोबार कर रहा है। निवेशकों को 3 लाख करोड़ रुपए का घाटा हुआ है।

लिस्टेड कंपनियों का मार्केट कैप शुक्रवार को 250.07 लाख करोड़ रुपए था जो आज 247 लाख करोड़ रुपए है। सेंसेक्स 529 अंक नीचे 55,329 पर खुला था। पहले घंटे में इसने यही ऊपरी और 55,073 का निचला स्तर बनाया। इसके 30 शेयर्स में से केवल 2 बढ़त में और बाकी 28 गिरावट में कारोबार कर रहे हैं।

बढ़ने वाले प्रमुख शेयर्स में टाटा स्टील और पावरग्रिड हैं। गिरने वाले प्रमुख स्टॉक में एयरटेल, HDFC बैंक, एशियन पेंट्स, डॉ. रेड्‌डी, मारुति, कोटक बैंक, बजाज फिनसर्व और महिंद्रा एंड महिंद्रा 2-2% नीचे हैं। एक्सिस बैंक, ICICI बैंक, हिदुस्तान यूनिलीवर, HCL टेक, अल्ट्राटेक सीमेंट, नेस्ले, HDFC, विप्रो, SBI, इंडसइंडबैंक, TCS 1-1% से ज्यादा नीचे हैं

इसी तरह रिलायंस, लार्सन एंड टुब्रो, इंफोसिस और टाइटन में भी एक पर्सेंट से ज्यादा की कमी आई है। सनफार्मा और ITC में मामूली गिरावट है। सेंसेक्स के 126 शेयर्स अपर और 253 लोअर सर्किट में हैं। इसका मतलब एक दिन में इनकी कीमतों में एक तय सीमा से ज्यादा की न तो गिरावट आ सकती है और न ही बढ़त हो सकती है।

50 शेयर्स एक साल के ऊपरी स्तर
इसके 50 स्टॉक एक साल के ऊपरी और 29 निचले स्तर पर हैं। सेंसेक्स में कुल लिस्टेड कंपनियों से 2,086 के शेयर गिरावट में और 650 बढ़त में कारोबार कर रहे हैं। इससे पहले शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स जबरदस्त तेजी में रहा। अंत में 1,328 पॉइंट्स (2.44%) बढ़कर 55,858 जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 421 अंक (2.60%) बढ़त के साथ 16,669 पर बंद हुआ था।

विदेशी निवेशक जमकर कर रहे बिकवाली
विदेशी निवेशकों का भारतीय बाजारों (Indian Market) में बिकवाली का सिलसिला जारी है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने फरवरी में भारतीय बाजारों से 35,506 करोड़ रुपये की निकासी की है। यह लगातार पांचवां महीना है जब एफपीआई भारतीय बाजार में बिकवाल रहे हैं। एफपीआई अक्टूबर, 2021 से लगातार भारतीय बाजारों से निकासी कर रहे हैं। फरवरी, 2022 में एफपीआई की निकासी मार्च, 2020 के बाद सबसे ऊंची रही है। उस समय एफपीआई ने भारतीय बाजारों से 1,18,203 करोड़ रुपये निकाले थे।