42 दिन में कैसे बदल गया एम्स के डॉक्टर का बयान, Republic टीवी ने पूछा

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मुंबई। बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह की मौत की गुत्थी आत्महत्या और हत्या के बीच उलझी हुई थी। इस बीच भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ( AIIMS) के फॉरेंसिक टीम ने सुशांत मामले पर चल रही अपनी जांच की फाइनल रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी है। जिसमें सुशांत की हत्या की बात को खारिज कर दिया गया है। इसी मुद्दे पर रिपब्लिक टीवी के शो पूछता है भारत में एंकर ऐश्वर्य कपूर ने एम्स के डॉक्टरोंं पर सवाल उठाते हुए कहा कि यही डॉक्टर अगस्त में कुछ और बोल रहे थे और आज कुछ और बोल रहे हैं।

ऐश्वर्य कपूर ने कहा यही डॉक्टर अगस्त में कह रहे थे कि मैं कुछ बोलूंगा ही नहीं, आखिरी कॉल तो सीबीआई को लेनी है, तो क्या जल्दबाजी आ गई?’ ऐश्वर्य के उठाए सवालों पर अपनी बात रखते हुए रिपोर्टर प्रदीप भंडारी कहते हैं कि मैं भी यह पूछना चाहता हूं कि कैसे ऐसा हो गया?

42 दिन पहले डॉ. सुधीर गुप्ता कहते हैं कि क्राइम सीन पर एविडेंस कंटामिनेट हुए हैं, लिगेचर मार्क हैं और मैं उसकी जांच कर रहा हूं। और इसके 42 दिन के बाद में सुधीर गुप्ता का बयान पूरा बदल जाता है। प्रदीप भंडारी ने आगे कहा कि इसके एक दिन पहले यह होता है कि सीबीआई 302 फाइल कर रही है। सवाल यह है कि ऐसी क्या जल्दबाजी हो गई कि बिना रिपोर्ट के आए, किन विवशताओं के कारण सुधीर गुप्ता ने बयान दिया?’

प्रदीप भंडारी के सवालों के बीच पैनल में मौजूद शिवसेना नेता संजय गुप्ता भड़क गए और रिपोर्टर के जवाब देते हुए कहा कि अब आप केंद्र के एक अस्पताल के बोर्ड पर भी सवाल उठाएंगे? मतलब आपका दिमाग इतना खराब हो चुका है। एक होता है दिमाग का खराब होना और एक दिमाग का आउट हो जाना। शिवसेना नेता की बातों पर पलटवार करते हुए भंडारी कहते हैं कि सीबीआई ने एम्स कि रिपोर्ट को नहीं माना है। सीबीआई ने एम्स के रिपोर्ट पर कोई बयान नहीं दिया है।

शिवसेना नेता एक बार फिर प्रदीप भंडारी की बातों को काटते हैं और कहते हैं कि सीबीआई के पास यह पॉवर ही नहीं है कि वो डॉक्टरों की रिपोर्ट को न माने। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर ही केस होते हैं। आप अपने दिमाग को ठीक कराइए। आपको एक डॉक्टर की जरूरत है। आप एक कैंपेन एम्स के खिलाफ चला दो, हर्षवर्धन स्वास्थ्य मंत्री हैं उनके खिलाफ चला दो आप एक कैंपेन।

बता दें कि फॉरेंसिक टीम की रिपोर्ट में कहा गया है कि उनकी मौत आत्महत्या से हुई थी। फॉरेंसिक टीम के चेयरमैन डॉ. सुधीर गुप्ता ने इस मामले में कहा कि फांसी के अलावा शरीर पर किसी तरह के चोट के निशान नहीं थे। मृतक के शरीर और कपड़ों पर संघर्ष, हाथापाई के निशान नहीं थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एम्स की फॉरेंसिक टीम ने सुशांत सिंह के मौत के मामले में अपनी जांच पूरी कर ली है। गौरतलब है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत 14 जून को हुई थी। जिसके बाद उनके परिवार ने उनकी मौत के पीछे साज़िश होने की बात कही थी, जिसे लेकर सीबीआई को जांच सौंपी गई।