Thursday, May 2, 2024
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फोर्ड ने भारत में लॉन्च की Aspire Blu, कीमत 7.40 लाख

नई दिल्ली। Ford ने शुक्रवार को अपनी सब-कॉम्पैक्ट सिडैन Aspire का नया स्पेशल एडिशन लॉन्च किया। Ford Aspire Blu नाम से लॉन्च की गई नई कार पेट्रोल और डीजल, दोनों इंजन ऑप्शन में बाजार में उतारी गई है। पेट्रोल वेरियंट की कीमत 7.40 लाख और डीजल वेरियंट की कीमत 8.20 लाख रुपये है। फोर्ड एस्पायर ब्लू की स्टाइलिंग फिगो हैचबैक के टाइटेनियम ब्लू वेरियंट से ली गई है।

एस्पायर के इस स्पेशल एडिशन में फिगो टाइटेनियम ब्लू की तरह कार के रूफ, ग्रिल, अलॉय वील्ज और विंग मिरर्स पर ब्लैक फिनिश दिया गया है। इसके अलावा फ्रंट बंपर पर ब्लू हाइलाइट्स और दरवाजों पर ब्लैक-ब्लू ग्राफिक्स हैं। कार का इंटीरियर ब्लैक कलर में है, जिसमें ब्लू हाइलाइट्स दी गई हैं।

फीचर्स : फीचर्स की बात करें, तो एस्पायर ब्लू में 7-इंच का टचस्क्रीन इन्फोटेनमेंट सिस्टम है, जो ब्लूटूथ और नेविगेशन सपॉर्ट के साथ आता है। इसमें अलावा कार में ऑटो क्लाइमेट कंट्रोल, रिवर्स कैमरा, की-लेस एंट्री ऐंड गो, पावर अजस्ट ऐंड फोल्डिंग विंग मिरर्स जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड हैं। सेफ्टी की बात करें, तो इसमें ड्यूल फ्रंट एयरबैग्स और ईबीडी के साथ एबीएस स्टैंडर्ड उपलब्ध है।

पावर: एस्पायर ब्लू में 1.2-लीटर का पेट्रोल इंजन है, जो 96hp का पावर जनरेट करता है। इसका डीजल इंजन 1.5-लीटर का है, जो 100hp का पावर जनरेट करता है। दोनों इंजन 5-स्पीड मैन्युअल ट्रांसमिशन से लैस हैं। फोर्ड का दावा है कि पेट्रोल मॉडल का माइलेज 19.4 किलोमीटर प्रति लीटर और डीजल मॉडल का माइलेज 26.1 किलोमीटर प्रति लीटर है। मार्केट में इस सब-कॉम्पैक्ट सिडैन की टक्कर मारुति डिजायर, ह्यूंदै एक्सेंट, फोक्सवैगन एमियो और होंडा अमेज जैसी कारों से मानी जाती है।

निर्यातक लघु उद्यमियों को कर्ज दिलाएगा नीति आयोग

नई दिल्ली। निर्यात से जुड़े लाखों लघु उद्यमियों को आसानी से कर्ज दिलाने के लिए नीति आयोग बड़ी तैयारी कर रहा है। समस्या के समाधान के लिए आयोग ने पिछले दिनों बैठक बुलाई थी, जिसमें वित्त मंत्रालय और वाणिज्य मंत्रालय के अधिकारियों के साथ-साथ निर्यातकों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि निर्यातकों को एक्सपोर्ट क्रेडिट समय पर नहीं मिलने की समस्या को गंभीरता से लिया गया है।

कई निर्यातकों और उनके संगठनों ने इस बाबत अपनी समस्याएं बताई हैं। इसके समाधान के लिए वित्त मंत्रालय और रिजर्व बैंक से बात चल रही है। ट्रेड प्रोमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया के अध्यक्ष मोहित सिंगला का कहना है कि 2018-19 में भले ही रिकॉर्ड 331 अरब डॉलर का निर्यात हुआ, लेकिन आयात में भी नौ फीसदी इजाफे से भारत का व्यापार घाटा 176 अरब डॉलर पहुंच गया है जो सर्वाधिक है। यदि व्यापार घाटे को कम करना है तो निर्यात बढ़ाने के हर विकल्प पर अमल करना होगा।

पिछले साल आधा हो गया था कर्ज
वित्त मंत्रालय के मुताबिक, वर्ष 2016-17 में निर्यातकों को कुल 4,250 करोड़ रुपये का एक्सपोर्ट क्रेडिट मिला था जो वर्ष 2017-18 में घटकर 2,830 करोड़ रुपये रह गया। यह 33.40 फीसदी की कटौती थी, जो 2018-19 में बढ़कर 45 हो गई और इस दौरान महज 1560 करोड़ रुपये का कर्ज निर्यातकों को मिला। यह गिरावट इसलिए चिंता बढ़ाती है, क्योंकि एक्सपोर्ट क्रेडिट सरकार की प्रायोरिटी लैंडिंग में आता है।

बैंक दिखाते हैं एनपीए का हौवा
एसबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी का कहना है कि इस समय बैंकिंग क्षेत्र पर लाखों करोड़ के फंसे कर्ज (एनपीए) का बोझ है। ऊपर से यदि बिना वित्तीय स्थिति का आकलन किए सबको लोन दिया जाए तो स्थिति और भयावह होगी। इसलिए लोन देने के मामले में काफी सोच-समझ कर निर्णय लिया जा रहा है, जिसका असर निर्यातकों पर भी पड़ रहा।

रीयल्टी कंपनियों के लिए GST की पुरानी दरें चुनने की समय सीमा बढ़ी

नई दिल्ली। जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) काउंसिल ने रीयल्टी कंपनियों के लिए इनपुट टैक्स क्रेडिट के साथ पुरानी जीएसटी दर का विकल्प चुनने की समयसीमा को 10 दिन बढ़ाकर 20 मई कर दिया है। ये कंपनियां मौजूदा जारी परियोजनाओं के लिए यह विकल्प चुन सकती हैं या फिर वो नई निचली कर दर व्यवस्था की ओर शिफ्ट हो सकती हैं।

जीएसटी काउंसिल जिसकी अध्यक्षता केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली करते हैं और इसमें अन्य राज्यों के प्रतिनिधि भी शामिल हैं ने मार्च महीने में रीयल एस्टेट कंपनियों को इनपुट कर क्रेडिट का लाभ लिए आवासीय इकाइयों के लिए पांच फीसद तथा सस्ते आवास खंड के लिए एक फीसद की जीएसटी दर का विकल्प चुनने की अनुमति दी थी। कंपनियों को यह विकल्प एक अप्रैल, 2019 से चुनना था।

इसके साथ ही चालू परियोजनाओं के लिए बिल्डरों को इनपुट कर क्रेडिट के साथ 12 फीसद जीएसटी स्लैब में बने रहने (सस्ते आवासीय खंड के लिए आठ फीसद) का विकल्प या फिर बिना इनपुट कर क्रेडिट के लाभ के पांच फीसद जीएसटी दर (सस्ते आवास खंड के लिए एक फीसद) का विकल्प चुनने को कहा गया था। इसके साथ ही कंपनियों को अपने-अपने क्षेत्रों के संबधित अधिकारियों को इसकी जानकारी 10 मई को देनी थी।

जीएसटी काउंसिल ने एक ट्वीट में कहा, “आवासीय अचल संपत्ति परियोजना के लिए पुरानी जीएसटी दरों (आईटीसी के साथ 8 फीसद या 12 फीसद) या फिर नई जीएसटी दरों (बिना इनपुट टैक्स क्रेडिट के साथ 1 फीसद या 5 फीसद) के विकल्प का उपयोग करने की तारीख को 10 मई से बढ़ाकर 20 मई 2019 किया जा रहा है।”

SBI ने दूसरी बार घटाई MCLR, होम और ऑटो लोन हुए सस्ते

नई दिल्ली।देश के सबसे बड़े सरकारी ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने शुक्रवार को अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट MCLR में 5 बेसिस प्वाइंट्स की कमी कर दी है। इसके साथ ही एसबीआई (SBI) के होम लोन सहित सभी प्रकार के लोन तत्काल प्रभाव से सस्ते हो गए हैं। दरों में इस कटौती के बाद एसबीआई की एमसीएलआर सालाना 8.50 फीसदी से घटकर 8.45 फीसदी हो गई है।

इसके साथ ही एसबीआई के एमसीएलआर से लिंक्ड सभी तरह के लोन्स की ब्याज दर 5 बेसिस प्वाइंट्स कम हो गई है, जो 10 मई से प्रभावी है। एक महीने के भीतर एसबीआई ने दूसरी बार यह कटौती की है। आरबीआई की अप्रैल में मॉनिटरी पॉलिसी के बाद एसबीई ने 10 अप्रैल को अपनी एक साल की एमसीएलआर में 5 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की थी। इसके साथ ही एसबीआई ने 30 लाख रुपए तक के लोन की ब्याज दर में 10 बेसिस प्वाइंट्स की कटौती की थी।

एसबीआई ने 1 मई से बदले कई नियम
गौरतलब है कि 1 मई से एसबीआई ने अपने बड़े सेविंग अकाउंट डिपॉजिट्स के साथ ही शॉर्ट-टर्म लोन के लिए ब्याज दर की नई व्यवस्था लागू की थी। इसके तहत एसबीआई ने जमा बचत खातों की दर और लोन पर लगने वाली ब्याज दरें भारतीय रिजर्व बैंक के रेपो रेट से लिंक्ड कर दिया था। यानी आरबीआई के रेपो रेट घटाने के तुरंत बाद एसबीआई बैंक अपनी ब्याज दरें कम कर देगा। हालांकि, डिपॉजिट पर ब्याज दरों का फायदा उन्हीं को मिलेगा जिनका बैलेंस एक लाख रुपए से कम है।

कोटा मंडी : देसावरी मांग से गेहूं मजबूत, चना और उड़द में उछाल

कोटा। भामाशाह अनाज मंडी में शुक्रवार को देसावरी मांग से गेहूं 25 रुपये क्विंटल मजबूत रहा। आवक की कमी से सोयाबीन एवं सरसों 50-50 रुपये, चना 100 रुपये और उड़द 150 रुपये प्रति क्विंटल ऊँचा बोला गया। मंडी में 90 हजार बोरी का कारोबार हुआ। नये लहसुन की आवक 6000 कट्टे की हुई ।

गेहूं लस्टर 1650 से 1761 गेहु एवरेज 1725से 1851 लोकवान 1725 से 1850 पी डी 1750 से 1850 गेहूं टुकडी 1825 से 2050 मक्का 2000 से 2000 जौ 1500 से 1750 ज्वार 1500 से3700 रुपये प्रति क्विंटल।

धान सुगंधा 2400 से 2851 पूसा 1 2500 से 2801 पूसा 4 (1121) 3300 से 3731 धान लाजवाब (1509 ) 3000 से 3405 रुपये प्रति क्विंटल। सोयाबीन 3000 से 3805 सरसों 3300 से 3500अलसी 3600 से 4500 तिल्ली 9000 से 10000 रुपये प्रति क्विंटल।

मैथी 4000 से 4801 कलौजी 8500 से 11100 धनिया बादामी 5500 से 6200 ईगल 6000 से 6601 रंगदार नया 7200 से 8500 रुपये प्रति क्विंटल। लहसुन नया 1400 से 7000 रुपये प्रति क्विंटल बिका ।

मूंग 3500 से 4800 उड़द 2000 से 4401 चना 3600 से 4300 चना कांटिया 4100 चना काबुली 3500से 5000 चना पेप्सी 3800 से 4300 चना मौसमी 3000 से 4250 मसूर 3800 से 4350 रुपये प्रति क्विंटल। ग्वार 2500 से 3800 रुपये प्रति क्विंटल।

औद्योगिक मांग से चांदी 380 रुपये महंगी, जानिए सोने के दाम

नई दिल्ली/ कोटा दिल्ली सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोने का भाव 32,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर लगभग अपरिवर्तित बना रहा जबकि औद्योगिक इकाइयों का उठाव बढ़ने से चांदी की कीमत 380 रुपये की तेजी के साथ 38,600 रुपये प्रति किग्रा हो गयी। अखिल भारतीय सर्राफा संघ के अनुसार घरेलू मांग के कारण सोने का भाव 10 रुपये की मामूली तेजी दर्शाता बंद हुआ।

विदेशों में सकारात्मक रुख के कारण भी बहुमूल्य धातु की कीमत में आई तेजी को मदद मिली। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना मामूली तेजी के साथ 1,285.40 डॉलर प्रति औंस हो गया जबकि चांदी तेजी के साथ 14.86 डॉलर प्रति औंस हो गया। दिल्ली सर्राफा बाजार में, 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाला सोना 10-10 रुपये बढ़कर क्रमश: 32,900 रुपये और 34,730 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया।

हालांकि आठ ग्राम वाले गिन्नी का भाव 26,400 रुपये प्रति इकाई के पूर्वस्तर पर बना रहा। वहीं, चांदी हाजिर की कीमत 380 रुपये की तेजी के साथ 38,600 रुपये प्रति किलोग्राम हो गयी जबकि साप्ताहिक डिलीवरी चांदी का भाव 105 रुपये की हानि के साथ 37,340 रुपये प्रति किलोग्राम रह गया। दूसरी ओर चांदी सिक्का लिवाल और बिकवाल क्रमश: 79,000 रुपये और 80,000 रुपये प्रति सैकड़ा पर स्थिर बने रहे।

कोटा सर्राफा
चांदी 38300 रुपये प्रति किलोग्राम।
सोना केटबरी 32900 रुपये प्रति दस ग्राम, सोना 38370 रुपये प्रति तोला।
सोना शुद्ध 33070 रुपये प्रति दस ग्राम, सोना 38570 रुपये प्रति तोला।

इंदौर मंडी: चना, मूंग एवं उड़द में तेजी, दालें महंगी

इंदौर। स्थानीय संयोगितागंज अनाज मंडी में शुक्रवार को चना कांटा 75 रुपये, मूंग 150 रुपये, बटला100 रुपये और उड़द के भाव में 100 रुपये प्रति क्विंटल (बृहस्पतिवार की तुलना में) की तेजी दर्ज की गई। दालों में चना दाल 100, तुअर दाल 100, मूंग दाल 100, मूंग मोगर 100, उड़द दाल 100 एवं उड़द मोगर के भाव में 100 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि हुई।

दलहन चना (कांटा) 4450 से 4500, चना (देसी) 4350 से 4400, डबल डॉलर 5000 से 5500, मसूर 4125 से 4150, हल्की 3700 से 3800, बटला (मटर) 4150 से 4200, मूंग 6400 से 6500, हल्की 5500 से 5800, तुअर निमाड़ी (अरहर) 5300 से 5500, महाराष्ट्र तुअर (अरहर) 5900 से 6000, उड़द 5200 से 5400, हल्की 4100 से 4200 रुपये प्रति क्विंटल ।

दाल तुअर (अरहर) दाल सवा नंबर 7450 से 7650, तुअर दाल फूल 7850 से 8050, तुअर दाल बोल्ड 8150 से 8350, आयातित तुअर दाल 6200 से 6400चना दाल 5800 से 5900, आयातित चना दाल 5500 से 5200मसूर दाल 5250 से 5350मूंग दाल 7700 से 7800, मूंग मोगर 7800 से 7900 उड़द दाल 6900 से 7100, उड़द मोगर 7100 से 7300 रुपये प्रति क्विंटल।

अनाज गेहूं हल्का 1750 से 1850, गेहूं 147- 1900 से 2100, गेहूं लोकवन 1800 से 2100, गेहूं चंद्रौसी 3200 से 3300 रुपये प्रति क्विंटल। ज्वार हल्की 1800 से 1900, ज्वार संकर 2000 से 2100, ज्वार देसी 2500 से 3000, मक्का पीली 2100 से 2150, मक्का गजर 2000 से 2050 रुपये प्रति क्विंटल।

चावल बासमती 8500 से 9000, तिबार 7000 से 7500, दुबार 6000 से 6500, मिनी दुबार 5500 से 6000, मोगरा 3500 से 5000, बासमती सैला 5500 से 8500, कालीमूंछ 5900 से 6000, राजभोग 4900 से 5000, दूबराज 3500 से 4000, परमल 2500 से 2700, हंसा सैला 2400 से 2650, हंसा सफेद 2200 से 2400, पोहा 4200 से 4400 रुपये प्रति क्विंटल।

इंदौर बाजार: कपास्या तेल एवं खली में तेजी

इंदौर। स्थानीय खाद्य तेल बाजार में शुक्रवार को सोयाबीन रिफाइंड तेल दो रुपये और कपास्या तेल के भाव में पांच रुपये (बृहस्पतिवार की तुलना में) प्रति 10 किलोग्राम की वृद्धि दर्ज की गई। मूंगफली तेल में 20 रुपये कम हुए। पशुआहार कपास्या खली 40 रुपये प्रति 60 किलोग्राम बढ़कर बिकी।

तिलहन सरसों 3650 से 3700रायडा 3250 से 3300सोयाबीन 3700 से 3750 रुपये प्रति क्विंटल। तेल मूंगफली तेल इंदौर 1030 से 1050, सोयाबीन रिफाइंड इंदौर 748 से 750, सोयाबीन साल्वेंट 715 से 720, पाम तेल 640 से 642 रुपये प्रति 10 किलोग्राम।

पशु आहार कपास्या खली इंदौर 1800, देवास 1800, उज्जैन 1800, खंडवा 1785, बुरहानपुर 1785, अकोला 2640 रुपये प्रति 60 किलोग्राम बोरी। कपास्या तेल कपास्या तेल इंदौर 705 से 710, महाराष्ट्र 695 से 700, तथा गुजरात 710 से 715 रुपये प्रति दस किलोग्राम।

राजस्थान के मेडिकल कॉलेजों में 700 सीट भरने के लिए MCI की मंजूरी

जयपुर/कोटा प्रदेश के मेडिकल स्टूडेंट के लिए अच्छी खबर है। मेडिकल कौंसिल ऑफ इंडिया ने प्रदेश के सरकारी और निजी मेडिकल कॉलेजाें में बढ़ाई गई 700 मेडिकल सीटाें को भरने की अनुमति दे दी है। अब कुल 2700 मेडिकल सीटें हो गई हैं। निजी मेडिकल कॉलेजों ने केन्द्र सरकार से सीटें बढ़ाने की अनुमति मांगी और केन्द्र ने वर्ष 2018 में यह अनुमति दे दी। लेकिन एमसीआई की अनुमति के बिना एडमिशन नहीं दिया जा सकता था।

ऐसे में एमसीआई की टीमों ने सभी मेडिकल कॉलेजों में निरीक्षण किया और संतुष्टि होने पर वर्ष 2019-2020 के लिए सात निजी मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की अनुमति दे दी है। निरीक्षण के दौरान संतुष्टि नहीं होने और विवादों के चलते उदयपुर की पेसिफिक मेडिकल कॉलेज को सीटें बढ़ाने की अनुमति नहीं दी गई।

प्रदेश के मेडिकल में कुल सीटें

कॉलेज     सीटें
एसएमएस जयपुर 250
जेएनयू जयपुर    150
जेएलएन अजमेर   150
मेडिकल कॉलेज चूरू व कोटा    100 व 150
एसपी बीकानेर    250
मेडिकल कॉलेज झालावाड़ 150
एसएन मेडिकल कॉलेज जोधपुर250
आरएनटी उदयपुर150
महात्मा गांधी जयपुर 150
निम्स विश्वविद्यालय (डीम्ड) जयपुर150
अनंता इंस्टीट्यूट राजसमंद    150
अमेरिकन इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट150
गीताजंलि मेडिकल साइंसेज उदयपुर250
पेसिफिक इंस्टीट्यूट उदयपुर150

महिंद्रा ने SUV500 का शुरुआती संस्करण ‘डब्ल्यू3’ उतारा

नयी दिल्ली। महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) ने अपनी एसयूवी ‘ एक्सयूवी 500’ का शुरुआती संस्करण ‘ डब्ल्यू -3’ पेश किया है। दिल्ली में शोरूम में इसकी कीमत 12.22 लाख रुपये है। कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। महिंद्रा ने बयान में कहा कि एक्सयूवी का नया संस्करण देशभर के सभी डीलरशिपों पर तत्काल उपलब्ध हो जाएगा।

महिंद्रा एंड महिंद्रा के वाहन विभाग के प्रमुख (बिक्री एवं विपणन) विजय राम नाकरा ने कहा , ” डब्ल्यू 3 संस्करण , एक्सयूवी 500 को व्यापक रूप से ग्राहकों तक पहुंचाएगा। ” डब्ल्यू 3 संस्करण छह स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन में आता है और इसमें प्रोजेक्टर हेडलैम्प्स , डुअल फ्रंट एयरबैग , एंटी लॉक ब्रेक सिस्टम और चारो पहियों में डिस्क ब्रेक जैसी सुविधाएं दी गई हैं।