कोरोना की नई गाइडलाइन होटल उद्योग पर भारी, शादियों की बुकिंग कैंसिल

2007

कोटा। कोरोना काल में अगर कोई उद्योग सबसे ज्यादा नुकसान में रहा है तो वह है विवाह से जुडे हुए उद्योग हैं। इससे जुड़े छोटे-बड़े तमाम कारोबारियों को गंभीर आर्थिक संकट झेलना पड़ रहा है। सबसे अधिक परेशानी होटल व्यवसाईयों को उठानी पड़ रही है, शादियों में हॉटल बुक नहीं हो रहे, लेकिन कर्मचारियों का वेतन, लाइट, बिजली, टेक्स सहित कई तरह के खर्च से होटल व्यवसाईयों की कमर टूट गई है।

ऐसे में राज्य सरकार द्वारा शादी समारोह में 100 से अधिक लोगों के पहुंचने पर 25 हजार का जुर्माना लगाए जाने, रात 8 बजे से दुकाने व रेस्टोरेंट बंद होने से इस व्यवसाय से जुडे हजारों लोगों के सामने भारी आर्थिक संकट मंडराने लगा है। जैसे तैसे व्यवसाय चल रहे थे, लेकिन सरकार के इस निर्णय से एक बार फिर इन उद्योगों के सामने भारी समस्याएं उत्पन्न हो गई हैं। कोटा होटल फेडरेशन के अध्यक्ष नीरज त्रिवेदी व महासचिव ईश्वर गंभीर ने बताया कि रात्रि 8 बजे से सुबह 6 बजे तक रात्रि कर्फ्यू के नियम में संशोधन किया जाए और व्यापारियों को राहत प्रदान की जाए।

देव उठनी एकादशी का अबूझ सावा होने से लोगों ने पहले ही होटल में बुकिंग कर रखी थी, ऐसे में सरकार की नई गाइड लाइन से लोग बुकिंग कैंसिल करा रहे हैं। कई लोगों के प्लेन, ट्रैन व बस के टिकिट बुक हो चुके थे,जिन्हें होटल में ठहरना था, लेकिन शादी समारोह में 100 से अधिक लोगों को नहीं आने देने से लोगों में असमंजस की स्थिति बन गई है।

इन व्यवसाईयों पर भी बढेगा आर्थिक भार
शादी समारोह से जुडे हुए टेंट हाउस संचालक, लाइट डेकोरेटर्स, साउंड एवं डीजे संचालक, बर्तन, क्रोकरी, हलवाई, डेकोरेशन संचालक और फोटोग्राफर सहित कई और भी व्यवसायी सरकार के इस निर्णय से चिंतित हैं। नीरज त्रिवेदी ने बताया कि सरकार को व्यवसायियों के हित को ध्यान में रखते हुए संशोधन करना चाहिए। इतने लम्बे समय से व्यापारियों द्वारा निरंतर सरकार की गाइड लाइन का पालन किया जा रहा था।

शादियां शुरू होने के कुछ दिन पूर्व इस तरह के निर्णय में व्यापारियों को दुविधा में डाल दिया है। फेडरेशन ने राज्य सरकार से मांग की है कि वह नियमों में शिथिलता बरतते हुए व्यापारियों के हित में नई गाइडलाइन बनाते हुए संशोधन करें। कोटा होटल फेडरेशन पदाधिकारियों ने आग्रह किया है कि सरकार शादी समारोह से जुड़े हुए व्यापारियों को कोरोना काल में हो रहे भारी आर्थिक नुकसान में राहत प्रदान करते हुए उनका सहयोग करें। व्यापारियों ने आश्वस्त किया है कि वह कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए शादी समारोह में सरकार का पूरा सहयोग करेंगे।