लोकसभा अध्यक्ष मुकुंदरा में चीता बसाने की पहल करेंः बाघ चीता मित्र

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कोटा। चम्बल संसद के बाघ- चीता मित्रों के प्रतिनिधिमण्डल ने रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से कैम्प कार्यालय में भेंट कर मुकुंदरा टाईगर रिजर्व में चीता को बसाने में पहल करने की मांग की।

बाघ मित्र संयोजक एवं बाढ़ सुखाड़ विश्व जन आयोग के सदस्य बृजेश विजयवर्गीय एवं हाड़ौती नेचुरलिस्ट सोसायटी के वरिष्ठ सदस्य आरएस तोमर ने भारत सरकार की चीता बसाओ योजना में मुकुंदरा के जंगल को प्राथमिकता देने की मांग की है।

बाघ- चीता मित्रों ने लोकसभा अध्यक्ष को बताया कि हाडौती के कोटा के मुकुंदरा टाईगर रिजर्व में चीतों को स्थानांतरित करने की सिफारिश अनेक विशेषज्ञों ने की है। इसके लिए मुकंदरा में सावनभादो क्षेत्र का जंगल सबसे ज्यादा उचित माना गया है। सरकार भी मुकुंदरा को प्रमोट कर रही है। लोकसभा अध्यक्ष ने इस मांग पर सकारात्मक आश्वासन दिया।

विजयवर्गीय एवं तोमर ने बताया कि मुकुंदरा बाघ संरक्षित क्षेत्र के सावनभादो ग्रास लैण्ड पर चीतों को छोड़ने के लिए बाघ- चीता मित्रों ने केंद्रीय वन जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव को भी पत्र प्रेषित किया है।

मुकुंदरा को चीतों के लिए चिंहित करना उचित कदम है। मध्य प्रदेश के कूनो में चीता का बसेरा सफलता पूर्वक हो रहा है। वहां का क्षेत्रफल छोटा होने के कारण चीता माधव नेशनल पार्क में घुस रहे हैं। हमारा मुकुंदरा इसके लिए तैयार है।

पर्याप्त स्टाफ व कुछ व्यवस्थायें सुधारना आवश्यक है। पर्याप्त स्टाफ की भर्ती हो और स्वयंसेवी संस्थाओं और स्थानीय लोगों को विश्वास में ले कर चीतों को बसाना संभव है। मुकुंदरा में चीता आने के बाद धुंआ रहित पर्यटन उद्योग के फलने फूलने की पूरी संभावना है।

केंद्र सरकार को पहल करनी चाहिए कि राज्य सरकार को विश्वास में लेकर मुकुंदरा में भी चीतों को स्थानांतरित किया जाए। जिससे मुकुंदरा की जैव विविधता के साथ ही पर्यटन विकास भी हो।