कोटा को इंडस्ट्रियल हब बनाने के लिए संयुक्त प्रयास जरूरी: स्पीकर बिरला

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दी एसएसआई एसोसिएशन का शपथ ग्रहण एवं सम्मान समारोह

कोटा। दी एसएसआई एसोसिएशन का शपथ ग्रहण एवं सम्मान समारोह यूआईटी ऑडिटोरियम श्रीनाथपुरम में शनिवार को संपन्न हुआ। दी एसएसआई एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित सिंघल एवं सचिव अक्षय सिंह ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने एसोसिएशन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों एव कार्यकारिणी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई ।

इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि कोटा के औद्योगिक विकास के लिए संयुक्त प्रयासों की आवश्यकता है। यहां औद्योगिक विकास के लिए संपूर्ण इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध है। बिजली- पानी की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ रेल एवं रोड कनेक्टिविटी के मामले में भी कोटा अग्रणी है।

नए हवाई अड्डे का कार्य इसी साल होगा शुरू: हवाई सेवा के लिए बिरला ने कहा कि इस वर्ष सभी बाधाओं को दूर करते हुए नए अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का कार्य शुरू करवा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि औद्योगिक विकास को दृष्टिगत रखते हुए ही हमारे द्वारा एमएसएमई उद्योग एक्सपो प्रदर्शनी डिफेंस प्रदर्शनी जैसे आयोजन कोटा में हुए हैं। शीघ्र स्टार्टअप के लिए एक आयोजन कोटा शहर में किया जाएगा, जिससे यहां नई तकनीकी के उद्योग एवं आईटी सेक्टर के लिए भी रुझान बन सके।

उन्होंने कहा कि सभी के प्रयासों के बावजूद भी कोटा का औद्योगिक विकास नहीं हो पा रहा है। इसके लिए उद्यमियों एवं व्यापारियों को भी कोटा के इंफ्रास्ट्रक्चर के बारे में प्रचार-प्रसार करना होगा, जिससे बाहर के निवेशकों का कोटा के प्रति रुझान बढ़ेगा। सभी के प्रयासों से कोटा को औद्योगिक हब बनाना होगा। आने वाले समय में निश्चित ही इस दिशा में हम सफल होंगे। उसके लिए सरकारी स्तर पर भी नियमावली में सरलीकरण करना आवश्यक है।

लैंड कन्वर्जन नियमों का सरलीकरण जरूरी: उन्होंने उद्यमियों की इस बात को स्वीकार किया कि उद्योगों के लिए लैंड कन्वर्जन करवाने में भारी बाधाएं आती हैं। इससे संबंधित नियमों को सरल बनाना अति आवश्यक है।

औद्योगिक विकास में लैंड कन्वर्जन सबसे बड़ी बाधा: दी एसएसआई एसोसिएशन के संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल ने कहा कि वर्तमान में कई कारणों से औद्योगिक विकास कोटा में नहीं हो रहा है। आज उद्यमी अपनी जमीन के लेण्ड कनवर्जन के लिए जाते हैं तो उसमें इतनी बाधाएं आती है कि जमीन कन्वर्जन ही नहीं हो पाती है। जमीन कनवर्जन में वर्षों का समय लग जाता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ऐसे नियम बनाए कि लैंड कन्वर्जन का मामला कोई भी ना अटका पाए। उन्होंने एमएसएमई एवं प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड के नियमों को भी सरल बनाने की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में कोटा स्टोन सैंड स्टोन भारी मंदी के दौर से गुजर रहा है, अतः इस उद्योग को पुनर्जीवित करने के लिए प्रोत्साहन एवं रियायत दिये जाने की आवश्यकता है। उन्होंने इस मौके पर लोक सभा स्पीकर को डकनिया स्टेशन का नाम बदलने का भी सुझाव दिया।

उद्योग लैंड बैंक की स्थापना हो: दी एसएसआई एसोसियेशन के सलाहकार एवं पूर्व अध्यक्ष अशोक माहेश्वरी ने कहा कि कोटा को पुनः औद्योगिक नगरी के रूप में स्थापित करने के लिए कोटा के व्यापारी एवं उद्यमी कटिबद्ध हैं। इसके लिए कोटा के इंफ्रास्ट्रक्चर को पूरे प्रदेश में प्रचारित करना होगा। उन्होंने इस मौके पर नई तकनीकी की जानकारी के साथ-साथ एक उद्योग लैंड बैंक की स्थापना का भी सुझाव दिया। माहेश्वरी ने कहा कि सिंगल विंडो का कोई मतलब नहीं होगा जब तक नियमों में सरलीकरण एवं उद्यमियों को समय पर सुविधाएं नहीं मिल पाती।

मुकुंदरा टाइगर हिल्स को विकसित करें: उन्होंने कहा कि कोटा को संपूर्ण पर्यटक नगरी बनाने के लिए मुकुंदरा टाइगर हिल्स को विकसित करना होगा। इस बात की भी गंभीरता से लेना पड़ेगा कि बार-बार यहां पर लाए जाने वाले बाघों की मौत कैसे एवं क्यों हो जाती है। साथ ही चंबल रिवर फ्रंट को और अधिक आकर्षित बनाने के लिए इसके दोनों छोर को जोड़ने के लिए केबल कार की स्थापना का भी उन्होंने सुझाव दिया। माहेश्वरी ने कहा कि कोटा को पूर्ण कोचिंग व पर्यटन नगरी के रूप विकसित करने के लिए कोटा को स्वच्छ सुंदर प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए कोटा का व्यापार एवं उद्योग जगत अपना पूर्ण सहयोग प्रदान करेगा ।

आईटी सेक्टर की प्रचुर संभावनाएं: एसोसियेशन के अध्यक्ष अमित सिंघल ने कहा कि कोटा में औद्योगिक विकास के लिए हमारे कार्यकाल में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर के उद्योगों की जानकारी के लिए भ्रमण एवं नई तकनीकी के उद्योगों की स्थापना के लिए कार्यशाला प्रदर्शनियों एवं मेलों का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कोटा में ट्रिपल आईआईटी एवं कोटा कोचिंग का प्रमुख हब होने के कारण यहां पर आईटी सेक्टर की प्रचुर संभावनाएं हैं। इसके लिए कोटा आईटी का प्रमुख क्षेत्र बनाने के लिए एसोसिएशन प्रयास करेगी।

नहीं मिल रहा सरकारी योजनाओं का फायदा: सिंघल ने कहा कि कोटा में कृषि आधारित उद्योगों की भी विपुल संभावनाएं हैं जिसके लिए प्रधानमंत्री रोजगार योजना, मुख्यमंत्री युवा उद्यमी प्रोत्साहन योजना के तहत नये उद्योग स्थापित करने के लिए एवं उद्योगों के विस्तार के लिए अनुदान एवं ऋण देने की योजनाएं भी है। इसके लिए युवाओं को प्रेरित किया जाएगा। साथ ही कोटा में पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए एवं पर्यटन का उद्योग का दर्जा दिए जाने पर सभी सरकारी योजनाओं का फायदा निवेश करने वालों को नहीं मिल रहा है उसके लिए उन योजनाओं का फायदा दिलाने का संस्था पूरा प्रयास करेगी।

एसोसियेशन के निवर्तमान अध्यक्ष राजकुमार जैन, सचिव अनीश बिरला ने अपने कार्यकाल की उपलब्धियों को संपूर्ण जानकारी देते हुए एवं सहयोग के लिए सभी पूर्व अध्यक्षों एवं सदस्यों का आभार प्रकट किया।

इनको किया सम्मानित
समारोह में मोशन एजुकेशन के निदेशक सीईओ नितिन विजय, यूरेका कन्वेयर बेल्टींगस प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक राजकुमार खूबचंदानी, राजस्थान रबड़ इंडस्ट्रीज के निदेशक संजय सिंह लूथरा, अमर पंजाबी कैटरर्स के निदेशक चरणजीत सिंह एवं आरजीसीएसएम स्किल के चेयरमेन डॉक्टर केपी सिंह को अपनी बेहतरीन सेवाओं के लिए व्यावसायिक उत्कृष्टता अवार्ड देकर सम्मानित किया गया ।

यह भी रहे मौजूद
समारोह में विधायक संदीप शर्मा, एलन कैरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक नवीन माहेश्वरी, दी एसएसआई एसोसियेशन के संरक्षक बीएल गुप्ता कोटा सा मिल लकड़ी एण्ड प्लाइवुड ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष बंसीलाल साधवानी, सचिव केके मालपानी, डीसीएम श्रीराम रेयन्स के सीईओ वीके जेटली शॉपिंग सेंटर व्यापार संघ के अध्यक्ष हरीश टेकवानी सहित कई व्यापारी एवं उद्यमी परिवार सहित  मौजूद थे ।