मर्यादा व आदर्श की स्थापना के लिए प्रभु राम ने लिया था अवतार: आचार्य हरे कृष्णदास

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कोटा। श्री कृष्ण चैतन्य प्रेम भक्ति धाम धरणीधरण पर आचार्य हरे कृष्ण दास ब्रह्मचारी महाराज के सानिध्य में पाटोत्सव व रामनवमी महोत्सव का आयोजन किया गया।
नारायण दास व ललित कृष्ण दास ने बताया कि वर्ष 2022 में रामनवमी पर श्रीकृष्ण चैतन्य प्रेम भक्ति धाम धरणीधरण मंदिर की स्थापना की गई थी। नवरात्रि से प्रारंभ रामचरितमानस नवाह्न पारायण पाठ की पूर्णाहुति रामनवमी के दिन की गई।

बुधवार को दोपहर 12 बजे भगवान श्री राम का प्राकट्य दिवस मनाया गया। अभिषेक वेद मंत्र व पुरुष सूक्त मंत्रों द्वारा किया गया। राममय वातावरण में भक्तों में उत्साह व उमंग को देखकर ऐसा प्रतीत हुआ कि अयोध्या के राम कोटा में पधारे हों सब प्रेमपूर्वक उनके आगमन का उत्साह मना रहे हों ।

प्रचार मंत्री रवि झंवर ने बताया कि पाटोत्सव व रामनवमी महोत्सव के तहत 18 अप्रैल को भी श्री हरिनाम संकीर्तन, सत्संग और प्रेम भक्ति चंद्रिका पाठ का आयोजन प्रात: 10 बजे से होगा। अपरान्ह 1 बजे भोग,आरती व दर्शन के पश्चात महाप्रसाद भंडारा के साथ महोत्सव का समापन किया जाएगा।

आचार्य हरे कृष्ण दास ब्रह्मचारी महाराज ने इस अवसर पर अपने प्रवचन में कहा कि प्रभु श्री राम का अवतार मनुष्य को आदर्श जीवन जीने की सीख देने के लिए हुआ था। श्री राम सदाचार, धार्मिकता और आदर्श नेतृत्व का प्रतीक माना जाता है। उनका जीवन और शिक्षाएं एक सदाचारी और पूर्ण जीवन जीने के इच्छुक व्यक्तियों के लिए एक कालातीत मार्गदर्शन प्रदान करती हैं।