फ्लाइट में कर सकेंगे कॉलिंग, एयरटेल को मिला लाइसेंस

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नई दिल्ली।दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने भारती एयरटेल ग्रुप की कंपनी इंडो टेलीपोर्ट्स लिमिटेड को सैटेलाइट सिस्टम से समुद्री यात्राओं और घरेलू व अंतरराष्ट्रीय विमानों में उड़ान के दौरान कॉलिंग और ब्रॉडबैंड सर्विस के लिए 10 साल का लाइसेंस दिया है। इससे टेलीकॉम कंपनी यूजर्स फ्लाइट के दौरान भी कॉलिंग कर सकेंगे और इंटरनेट यूज कर पाएंगे।

डीओटी ने 3 अप्रैल को जारी एक नोटिफिकेशन में कहा, ‘इंडो टेलीपोर्ट्स लिमिटेड को पैरेंट कंपनी के पास फ्लाइट एंड मैरिटाइम कनेक्टिविटी रूल्स, 2018 के मुताबिक मिले लाइसेंस के तहत आईएफएमसी सर्विस देने की इजाजत दी जाती है।’

इंडो टेलीपोर्ट्स, टीवी ब्रॉडकॉस्टर के लिए हब तैयार करती है और उसे ऑपरेट करती है। इससे वे अपने चैनल के प्रसारण के लिए सैटेलाइट को सिग्नल भेज पाते हैं। इंडो टेलीपोर्ट्स को पहली बार 2008 में भारती टेलीपोर्ट्स लिमिटेड के नाम से लॉन्च किया गया था।

भारती एयरटेल के एक सीनियर एग्जिक्यूटिव ने ईटी को बताया, ‘उड़ान के दौरान कॉलिंग और डेटा सर्विस मुहैया कराना, कंपनी के लिए आमदनी के नए दरवाजे खोलेगा। खासकर ऐसे समय में जब डेटा कंजम्पशन में भारी बढ़ोतरी देखी जा रही है।’

असल में, मोबाइल कम्युनिकेशन सर्विस ऑन बोर्ड एयरक्राफ्ट नामक खास तकनीक की मदद से विमान में मोबाइल से कॉल करना या डेटा का इस्तेमाल करना आसान हो गया है। दुनिया की 30 शीर्ष एयरलाइंस इसकी मदद से अपने पैसेंजर्स को कॉल और नेट की सुविधा देने लगी हैं।

ट्राई ने यह भी कहा है कि उड़ान में वाई-फाई के जरिए इंटरनेट सेवा तब दी जानी चाहिए, जब इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस फ्लाइट मोड पर हों। साथ ही, इस बारे में घोषणा तब की जानी चाहिए, जब सभी पैसेंजर विमान में सवार हो जाएं और वह उड़ान भरने के लिए तैयार हो।

देश में अभी पैसेंजरों को उड़ान के दौरान मोबाइल फोन स्विच ऑफ करना होता है। लाइसेंस की मदद से कंपनी समुद्री जहाजों पर भी कॉलिंग और इंटरनेट सर्विस मुहैया करा सकेगी, हालांकि शुरुआत में उसके सिर्फ विमानों पर ही फोकस करने की संभावना है।

एसबीआईकैप सिक्योरिटीज के रिसर्च को-हेड, राजीव शर्मा ने बताया, ‘विमान में उड़ान के दौरान इंटरनेट सेवा मुहैया कराने से एयरटेल ब्रांड को भी मजबूती मिलेगी। कंपनी को एक ऐसे डेटा कम्युनिकेशन प्रोवाइडर्स के रूप में देखा जाएगा, जो जमीन के साथ हवा में भी अपनी सर्विस दे रही है। यह कंज्यूमर्स के कंपनी के रिश्ते को और मजबूत करेगा।’