उपभोक्ता भण्डार पर एमआरपी से 60 प्रतिशत तक सस्ते पटाखे

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दीपोत्सव पर फिर सजे सहकारी उपभोक्ता भण्डार के काउंटर

कोटा। पांच दिवसीय दीपोत्सव पर जनता किफायती एवं गुणवत्तापूर्ण मिठाई, नमकीन, पटाखों एवं चांदी की सिक्कों को लेने के लिए आतुर रहती है। कोटा शहर की जनता की मांग पर हर बार की तरह इस बार भी उच्च गुणवत्ता के उत्पाद रियायती दरों पर कोटा जिला सहकारी उपभोक्ता होलसेल भण्डार (Kota District Cooperative Consumer Wholesale Store) उपलब्ध करवाये जा रहे हैं।

उपभोक्ता भण्डार के अध्यक्ष हरिकृष्ण बिरला एवं नागरिक सहकारी बैंक के अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि जनता की मांग को पूरा करने के लिए दीपावली के उपलक्ष्य में शहर के प्रमुख स्थानों पर काउंटर लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रकार की मिठाइयों व पटाखों के साथ सोने एवं चांदी के सिक्के किफायती दामों पर उपलब्ध करए जा रहे हैं।

इन जगहों पर लगाए काउंटर
उन्होंने बताया कि घोड़े वाला चौराहा, रावतभाटा रोड़ नागरिक सहकारी बैंक के समीप विशेष काउंटर के अलावा शहर में भण्डार के तीनों सुपरमार्केट महावीर नगर, तृतीय, स्टेशन क्षेत्र एवं सब्जीमंडी, दादाबाडी बड़ा चौराहा, कैनाल रोड एवं बोरखेडा शुभम गार्डन के पास काउंटर सजा दिए गए हैं।

पटाखे 60 प्रतिशत तक सस्ते
इन काउंटर पर प्रसिद्ध ब्रांड की हर तरह की नमकीन, मिठाइयां और शिवाकाशी के पटाखों की विस्तृत रेंज उपलब्ध है। ग्रीन आतिशबाजी के साथ एमएमटीसी के शुद्ध चांदी के सिक्के चांदी के सिक्के न्यूनतम दर पर उपलब्ध हैं।बिरला ने बताया कि लोकप्रिय ब्राण्ड के पटाखे एमआरपी से 55 से 60 प्रतिशत की छूट पर उपलब्ध कराये जा रहे है।
कोटा नागरिक सहकारी बैंक के चेयरमैन राजेश कृष्ण बिरला ने बताया कि इस बार दीपावली पर करीब डेढ़ करोड़ की बिक्री का लक्ष्य है। जिसमें 1.25 करोड़ के पटाखे, 30 लाख की मिठाई और चांदी के सिक्के की बिक्री का अनुमान है। गत वर्ष 80 लाख रुपये के पटाखे 10 लाख रुपये की मिठाइयां लगभग 8.50 लाख रुपये केे सोने एवं चांदी के सिक्के विक्रय किए गए थे।

उपभोक्ता भण्डार ने जनता का विश्वास जीता
महाप्रबंधक बीना बैरवा ने बताया कि तीनों सुपर मार्केट एवं सभी बिक्री केन्द्रों पर गुणवत्ता युक्त उचित दामो पर विभिन्न उत्पाद बिक्री के लिए उपलब्ध करवाकर उपभोक्ता भण्डार ने जनता का विश्वास जीता है। इस अवसर पर भण्डार के उपाध्यक्ष नरेंद्र कृष्ण बिरला, संचालक अशोक कुमार मीणा, महीप सिंह सोलंकी, इन्द्रमल जैन, धीरेन्द्र पाल सिंह, पारस खीची, राजेन्द्र कुमार खण्डेवाल, उषा न्याती, खुशबू बिरला आदि मौजूद थीं।