'इनसाइडर ट्रेडिंग' में फंसे अरबपति इन्वेस्टर झुनझुनवाला, सेबी की जांच

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मुंबई। अरबपति निवेशक राकेश झुनझुनवाला की हरकतों की कथित इनसाइडर ट्रेडिंग मामले में जांच हो रही है। मामले से वाकिफ दो लोगों ने बताया कि सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (सेबी) यह जांच ऐप्टेक लिमिटेड के शेयरों से जुड़े मामले में कर रहा है। यह एजुकेशन कंपनी झुनझुनवाला और उनके परिवार की है। सेबी इस परिवार के दूसरे सदस्यों की भूमिका की भी जांच कर रहा है, जो इस कंपनी में शेयरधारक हैं। साथ ही, इन्वेस्टर रमेश एस दमानी और कंपनी में डायरेक्टर मधु जयाकुमार सहित कुछ बोर्ड मेंबर्स के रोल की भी जांच हो रही है।

सेबी ने झुनझुनवाला और दूसरों को दिए गए नोटिस में उनसे कहा है कि इनसाइडर ट्रेडिंग की संदिग्ध गतिविधि की ‘जांच में सहयोग करें।’ कंपनियों के प्रबंधन में शामिल लोगों के पास उससे जुड़ी अहम जानकारी होती है और अगर उस जानकारी के सार्वजनिक होने से पहले उसके आधार पर वे शेयरों में खरीद-फरोख्त से जुड़ा कोई कदम उठाएं, जिससे प्राइस पर असर पड़े तो इसे मोटे तौर पर इनसाइडर ट्रेडिंग कहा जाता है।

झुनझुनवाला के अलावा उनकी पत्नी रेखा, भाई राजेश कुमार, सास सुशीला देवी गुप्ता को भी सेबी ने पूछताछ के लिए 24 जनवरी को बुलाया था। झुनझुनवाला सेबी के जांच अधिकारी के सामने पेश हुए थे और उनसे मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स स्थित सेबी के मुख्यालय में करीब दो घंटे तक पूछताछ की गई थी। अपने वकीलों के साथ पहुंचे झुनझुनवाला ने जांच अधिकारी से कहा था कि वह अपने परिवार का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।

झुनझुनवाला की बहन सुधा गुप्ता को सेबी ने पूछताछ के लिए 23 जनवरी को बुलाया था। झुनझुनवाला की ऐसेट मैनेजमेंट फर्म रेयर एंटरप्राइजेज के सीईओ उत्पल सेठ की बहन और ऐप्टेक में डायरेक्टर ऊष्मा सेठ सुले को 28 जनवरी को बुलाया गया है।

शेयर चुनने में महारत के कारण प्राय: भारत के वॉरेन बफे कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला देश के चुनिंदा अमीर निवेशकों में शामिल हैं। ब्लूमबर्ग के अनुमान के अनुसार उनके पोर्टफोलियो के शेयरों की वैल्यू करीब 11,140 करोड़ रुपये है। उन्होंने 2006 में ऐप्टेक के शेयर 56 रुपये पर खरीदे थे।

उसके बाद से इसमें उनके और उनके परिवार के सदस्यों का स्टेक बढ़कर 49 प्रतिशत तक हो गया है। सोमवार को ऐप्टेक का शेयर बीएसई पर 173 रुपये पर बंद हुआ। इस हिसाब से इन लोगों के स्टेक की मार्केट वैल्यू 690 करोड़ रुपये है। ऐप्टेक झुनझुनवाला के निवेश वाली एकमात्र कंपनी है, जिसमें उनका मैनेजमेंट कंट्रोल है।

इस मामले में सवाल का ईमेल से दिए गए जवाब में झुनझुनवाला के ऑफिस ने कहा कि झुनझुनवाला और उनकी पत्नी को इस मामले में कुछ नहीं कहना है। उनके भाई राजेश कुमार ने एक ईमेल में कहा कि वह कोई कमेंट नहीं करना चाहते हैं। सुशीला देवी गुप्ता, रमेश दमानी, मधु जयाकुमार, सुधा गुप्ता, ऊष्मा सेठ सुले, ऐप्टेक और सेबी ने इस मामले में ईटी के ईमेल से भेजे गए सवालों के जवाब नहीं दिए।