आईसीआईसीआई बैंक का 35 प्रतिशत खुदरा ऋण बढ़ाने का लक्ष्य

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जयपुर। आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) डिजिटल पहल और ग्राहक केंद्रित दृष्टिकोण के माध्यम से राजस्थान में अपनी रिटेल फ्रेंचाइजी को और मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। इन पहलों से राज्य में बैंक के रिटेल लोन डिस्बर्समेंट में पिछले साल की तुलना में वित्तीय वर्ष 2022 में 35 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होने की संभावना है और रिटेल लोन का आंकड़ा 15,500 करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है।

आईसीआईसीआई बैंक के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर अनूप बागची ने कहा, ‘‘ डिजिटल पहलों की एक श्रृंखला के साथ अपनी फ्रैंचाइज़ी, डिलीवरी और सर्विसिंग क्षमताओं को लगातार मजबूत कर रहे हैं। हमारे प्रत्येक कदम के केंद्र में ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण है और इस विचार के साथ हमारा प्रयास है कि अपने ग्राहकों के लिए महत्वपूर्ण ऑफर्स तैयार किए जा सकें।

इस वित्तीय वर्ष में प्रदेश में रिटेल लोन के प्रमुख सेगमेंट, जैसे- मॉर्गेज लोन, कंज्यूमर लोन, बिजनेस लोन और ओवरड्राफ्ट में तेज गति से बढ़ने के आसार स्पष्ट नजर आ रहे हैं। इस आधार पर बैंक को उम्मीद है कि वह अपने मॉर्गेज ऋण वितरण को 50 प्रतिशत बढ़ाकर 4,200 करोड़ रुपए तक और उपभोक्ता ऋण को 30 फीसदी बढ़ाकर 4,100 करोड़ रुपए तक पहुंचाने में कामयाब रहेगा। साथ ही, व्यवसाय ऋण, ओवरड्राफ्ट और कमोडिटी आधारित फाइनेंस डिस्बर्समेंट में भी 50 प्रतिशत बढ़ोतरी होने और 4,600 करोड़ रुपए तक पहुंचने की संभावना है।

मॉर्गेज लोन के बारे में बात करते हुए बागची ने कहा, ‘‘विकास की यह रणनीति डिजिटल टैक्नोलॉजी और ऋण की तत्काल मंजूरी के कारण संभव हुई है और इसके साथ ही किफायती आवास खंड में विस्तार, टीम को मजबूत करना और स्व-रोजगार खंड पर जोर देने से भी कामयाबी हासिल की गई है। डिजिटल रूप से तत्काल होम लोन मंज़ूरी देने की हमारी सुविधा देश में सबसे पहले आईसीआईसीआई बैंक ने ही दी है।

इस सुविधा के कारण हमारे लाखों प्री-अप्रूव्ड ग्राहकों को बहुत मदद मिली है, क्योंकि उन्हें तुरंत स्वीकृति पत्र मिल जाता है। मॉर्गेज पोर्टफोलियो के भीतर, बैंक ने बीकानेर, श्रीगंगानगर, किशनगढ़, राजसमंद, निम्बाहेड़ा, हनुमानगढ़, दौसा, रतनगढ़ और पाली जैसे प्रमुख स्थानों की शाखाओं में अपनी टीमों का विस्तार किया है। इन सभी पहलों के माध्यम से हमें उम्मीद है कि राजस्थान में मॉर्गेज लोन डिस्बर्समेंट में वित्त वर्ष 21 की तुलना में वित्त वर्ष 22 में 50 प्रतिशत की वृद्धि होगी और यह आंकड़ा 4,200 करोड़ रुपए तक पहुंच जाएगा।’’

बैंक राजस्थान में अपने नेटवर्क का विस्तार करने के दौरान प्रदेश के माइक्रो मार्केट्स पर भी ध्यान दे रहा है। इसी क्रम में जोधपुर में हस्तशिल्प और फर्नीचर, किशनगढ़ में पत्थर/संगमरमर, जयपुर में आभूषण, पाली में कपड़ा और बारां, टोंक, बीकानेर, नोखा और श्रीगंगानगर में कृषि जिंस मंडियों जैसे सूक्ष्म बाजारों पर बैंक का फोकस है। इस वृद्धि को गति देने के लिए, बैंक ने पिछले एक साल में जयपुर, भीलवाड़ा और जोधपुर में क्रेडिट प्रोसेसिंग केंद्रों की संख्या तीन से बढ़ाकर 10 कर दी है।

उपभोक्ता ऋण के बारे में बागची ने कहा, ‘‘हम ग्राहकों को डिजिटल और तत्काल उपभोक्ता ऋण प्रदान करते हैं। हमारे इंस्टेंट पर्सनल लोन सॉल्यूशन के माध्यम से लाखों पूर्व-अनुमोदित ग्राहक इंटरनेट/मोबाइल बैंकिंग प्लेटफॉर्म के माध्यम से आवेदन करने के बाद तुरंत अपने खाते में धन प्राप्त कर सकते हैं। ऑटो ऋण के लिए हमारा ध्यान भरतपुर, पाली, बाड़मेर, नागौर, कोटपुतली, राजसमंद और बांसवाड़ा जैसे टियर टू वर्तमान में, राज्य में हमारे पर्सनल लोन डिस्बर्समेंट का 50 फीसदी डिजिटल चैनलों के माध्यम से है।

इसके अलावा, हमने अजमेर, अलवर, बाड़मेर, बारां और बूंदी जैसे टियर टू और थ्री शहरों के साथ-साथ जोधपुर और उदयपुर जैसे शीर्ष शहरों में वेतनभोगी और स्व-नियोजित व्यक्तियों दोनों की ओर से व्यक्तिगत ऋण के लिए अच्छा रुझान दर्ज किया है। इसके अतिरिक्त, हमने ग्राहकों को तत्काल और ऑनलाइन कार फाइनेंस का विकल्प प्रदान करने के लिए प्रमुख ओईएम (कार निर्माऔर थ्री शहरों के उभरते बाजारों के साथ-साथ जयपुर, जोधपुर, कोटा और उदयपुर जैसे शीर्ष शहरों पर होगा।’’