मुंबई। Hindenburg Report: अदाणी समूह (Adani Group) के मुखिया गौतम अदाणी की कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के शेयरों ने 2023 की शुरुआत में हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद हुए घाटे को पूरी तरह से रिकवर कर लिया है। हिंडनबर्ग रिसर्च ने अदाणी समूह पर बंदरगाहों से लेकर बिजली क्षेत्र तक कई तरह की गलत गतिविधियों और शेयरों की कीमतों में हेराफेरी करने का आरोप लगाया था। हालांकि, अदाणी समूह ने इन सभी आरोपों को बार-बार गलत बताया है।
अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयरों में शुक्रवार को मुंबई में 1.7 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई और अब ये फरवरी 2023 में अपने सबसे निचले स्तर से लगभग तीन गुना ज्यादा हो गए हैं। शेयरों में यह तेजी इस उम्मीद में आई है कि अदाणी एंटरप्राइजेज को जून में प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक एसएंडपी बीएसई सेंसेक्स में शामिल किया जा सकता है, जिससे कंपनी में और भी निवेश आ सकता है।
वैश्विक निवेशकों से कर्ज जुटाने पर विचार
अदाणी समूह की दूसरी कंपनियां सीमेंट और तांबा कारोबार बढ़ाने की योजना बना रही हैं और इसके लिए वैश्विक निवेशकों से कर्ज जुटाने पर विचार कर रही हैं। अदाणी एंटरप्राइजेज के अलावा, अदाणी समूह की कम से कम 5 कंपनियां हिंडनबर्ग रिपोर्ट से पहले के शेयर मूल्य से भी ज्यादा पर कारोबार कर रहीं हैं।
मुंबई के पाइपर सेरिका एडवाइजर्स प्रा. लि. के फंड मैनेजर अभय अग्रवाल का कहना है कि, “भारत में कुछ ही ऐसे समूह हैं जो बड़े प्रोजेक्ट कर सकते हैं और अदाणी समूह ने इसमें लीडरशिप की स्थिति ले ली है। निवेशक अदाणी समूह को सरकारी नीतियों के हिसाब से देख रहे हैं और चूंकि देश की नीतियों पर स्पष्ट दिशा है, इसलिए हम सुधार देख रहे हैं।”
शेयरों में 35 प्रतिशत तक की हुई बढ़ोतरी
अदाणी समूह की कंपनियों में इस साल सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाली कंपनियों में अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड और अदाणी पावर लिमिटेड शामिल हैं, जिनके शेयरों में 35 प्रतिशत से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। वहीं दूसरी ओर, टेलीविजन ब्रॉडकास्टर न्यूज़ दिल्ली टेलीविज़न लिमिटेड (NDTV) के शेयरों में 5.5 प्रतिशत की गिरावट आई है।
हालांकि इस महीने अदाणी समूह के शेयरों में तेजी आई है, लेकिन भारत में चल रहे राष्ट्रीय चुनावों के दौरान समूह से जुड़े आरोपों को भी उजागर किया गया। इस महीने की शुरुआत में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह आरोप लगाया था कि भारत के मुख्य विपक्षी दल को मुकेश अंबानी और गौतम अदाणी जैसे अरबपतियों से अवैध धन मिला है।
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से लगा था झटका
गौरतलब है कि जनवरी 2023 में हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अदाणी एंटरप्राइजेज को अपना 2.4 बिलियन डॉलर का शेयर दान (follow-on share sale) रद्द करना पड़ा था। उस वक्त शेयर बाजार में गिरावट आई थी और अदाणी समूह के बाजार मूल्य में 150 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा की कमी आई थी। इस रिपोर्ट ने गौतम अदाणी की संपत्ति को भी काफी कम कर दिया था और भारत में नियामकों ने इस मामले की जांच शुरू कर दी थी।