पश्चिम मध्य रेलवे में कैशलेस ट्रांसजैक्शन से 2 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित

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कोटा। पश्चिम मध्य रेलवे के तीनों डिवीजन में मिलाकर डिजिटल कैशलेस ट्रांसजैक्शन से 5 लाख से अधिक टिकटों की बिक्री पर 2 करोड़ रुपये से अधिक का राजस्व अर्जित हुआ है।

वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रोहित मालवीय ने बताया कि महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय के निरंतर मार्गदर्शन में पश्चिम मध्य रेल द्वारा डिजिटल तकनीक के माध्यम से कैशलेस ट्रांसजैक्शन को बढ़ावा दिया जा रहा है। तीनों मण्डलों जबलपुर, भोपाल एवं कोटा में पीआरएस काउंटर्स, यूटीएस काउंटर्स एवं पार्सल कार्यालयों पर पीओएस मशीन से कैशलेस ट्रांसजैक्शन किया जा रहा है।

इसके अलावा अन्य तरह के डिजिटल तकनीक जैसे भीम/ यूपीआई तथा मोबाइल टिकटिंग के माध्यम से भी कैशलेस ट्रांसजैक्शन का उपयोग किया जा रहा है। गौरतलब है कि पश्चिम मध्य रेल के जबलपुर, भोपाल एवं कोटा के पीआरएस, यूटीएस, यूटीएस कम पीआरएस एवं पार्सल के कार्यालयों में 45 पीओएस मशीनों के माध्यम से डिजिटल कैशलेस ट्रांसजैक्शन किया जा रहा है। जिसके परिणामस्वरूप पश्चिम मध्य रेल ने चालू वित्तीय वर्ष के अप्रैल माह में डिजिटल कैशलेस ट्रांसजैक्शन से 5 लाख 11 हजार 600 टिकटों की बुकिंग की गई है, जिससे 2 करोड़ 10 लाख 43 हजार 50 रुपये का रेलवे राजस्व अर्जित किया है।

अप्रैल माह में पीओएस, भीम/यूपीआई एवं मोबाईल टिकटिंग के माध्यम से डिजिटल कैशलेस ट्रांसजैक्शन कि जानकारी इस प्रकार है। कैशलेस भुगतान से पमरे में तीनों मण्डलों द्वारा आरक्षण कार्यालय (पीआरस) में 7869 टिकटें बुक करके 50 लाख 96 हजार 490 रुपये का राजस्व अर्जित किया।

भीम ऐप/ यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) प्रणाली का उपयोग कर 12347 टिकटों से 77 लाख 49 हजार 490 रूपये का राजस्व अर्जित किया। इसी प्रकार मोबाइल टिकटिंग में अप्रैल माह में पमरे को सबसे बेहतर परिणाम प्राप्त हुए हैं. जिसमें 4 लाख 91 हजार 384 टिकटों से 81 लाख 97 हजार 100 रुपये का राजस्व अर्जित किया।