Jee Main 2020: फिजिक्स और केमेस्ट्री का पेपर आसान, मैथ्स ने उलझाया

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कोटा। जेईई-मेन की बुधवार को कम्प्यूटर बेस्ड मोड पर दो पारियों में परीक्षा हुई। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि एलन के सीसैट एप पर प्राप्त विद्यार्थियों के फीडबैक के अनुसार बुधवार को जेईई मेन्स का पेपर आसान अथवा औसत स्तर का रहा।

पेपर पेटर्न की बात करें तो प्रत्येक विषय में 20 बहुविकल्पी एसओटी (सिंगल ऑप्शन करेक्ट टाइप) प्रश्न थे तथा 5 प्रश्न न्यूमेरिकल बेस के थे। कोटा में दो परीक्षा केन्द्रों पर परीक्षा हुई। पहले दिन दोनों शिफ्टों में एलन के सीसैट एप पर लिए गए फीडबैक के अनुसार पहले दिन मैथ्स का पेपर औसत तथा लैंदी रहा। इसमें समय अधिक लगा तथा कई सवालों ने उलझा भी दिया। वहीं फिजिक्स और केमेस्ट्री का पेपर आसान रहा।

पहली पारी में स्टूडेंट्स से एलन के सीसैट एप पर प्राप्त फीडबैक के अनुसार पेपर का स्तर आसान अथवा औसत दर्जे का रहा। 60 से 70 प्रतिशत प्रश्न एनसीईआरटी पर आधारित आए। केमेस्ट्री के सवाल सबसे आसान रहे। इसमें इन आर्गेनिक केमेस्ट्री, फीजिकल केमेस्ट्री तथा आर्गेनिक केमेस्ट्री के प्रश्नों का विभाजन लगभग समान रहा।

मैथ्स का पेपर आसान था, लेकिन लैंदी रहा, सवालों को हल करने में अधिक समय लगा। मैथ्स में त्रिकोणमीति के सवाल कम रहे। इसी तरह फिजिक्स की बात करें तो ज्यादातर सवाल फार्मूला बेस थे। मैग्नेटिज्म और एलेक्ट्रोस्टेट को ज्यादा कवर किया गया। ऑप्टिक्स के सवाल भी पूछे गए।

दूसरी पारी में परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स से एलन के सीसैट एप पर प्राप्त फीडबैक के अनुसार पेपर आसान रहा। गणित के कुछ सवालों में कैलकुलेशन लम्बी होने के कारण समय अधिक लगा। फिजिक्स केमेस्ट्री के प्रश्न आसान रहे। फिजिक्स में कक्षा 11 व 12 के टाॅपिक्स का संतुलन था।

ऐसे टाॅपिक जो जेईई मेन में कवर होते हैं लेकिन एडवांस्ड में नहीं हैं, उन टाॅपिक्स में से सवाल बहुत कम पूछे गए, हालांकि लाॅजिक गेट व इलेक्ट्रोमैग्नेटिक वेव से एक-एक सवाल पूछा गया। इलेक्ट्रोस्टेट का पोटेंशल कैलकुलेशन का प्रश्न ट्रिकी रहा। ऑप्टिक्स, मैकेनिक्स, मैग्नेटिज्म, माॅर्डन फिजिक्स व इलेक्ट्रोस्टेट को अच्छे से कवर किया गया।

मैथ्स में कैलकुलस के सवाल अधिक रहे, एल्जेब्रा व ट्रिक्नोमैट्री के सवालों का भी उचित समावेश रहा। स्टेटिक्स में वैरियन्स, एलजेब्रा में बाइनोमीयल के सवालों ने परेशान किया, जबकि डिटरमीनेंट, काम्प्लेक्स नम्बर, सीक्वेंशियल सीरीज के सवाल आसान रहे।

केमेस्ट्री में जेईई मेंस के टाॅपिक एफ-ब्लाॅक, एनवायरनोंमेंट के सवाल नहीं थे। आर्गेनिक व इनआर्गेनिक के सवाल आसान रहे। फिजिकल केमेस्ट्री के सवाल कुछ लैंदी रहे। थर्मो केमेस्ट्री के एक न्यूमेरिकल में उत्तर काफी बड़ी संख्या में आ रहा था जिसने स्टूडेंट्स का समय अधिक लिया। केमेस्ट्री में रसायन हाथ पर गिरने पर उपचार के लिए क्या उपयोग में लेंगे, यह भी पूछा गया। इनऑर्गेनिक में एस ब्लाॅक, काॅर्डिनेशन व कैमिकल बोंडिंग अधिक कवर किया गया।