नई दिल्ली। कार बनाने वाली कंपनी रिमेक नेवेरा ने दुनिया की सबसे महंगी कार बनाई है, इसने सबसे पहले C-Two को बनाकर अपने प्रोडक्शन की शुरूआत की थी। इसके नाम में नेवेरा को एक तूफान से लिया गया है, जबकि रिमेक, क्रोएशिया की वह जगह है, जहां यह तूफान आते हैं।
इन तूफानों को बिजली के चमकने से पावर मिलती है। ठीक इसी प्रकार जैसा इसका नाम है वैसा इसका काम भी है। यह तूफान वाली स्पीड से चलती है और इलेक्ट्रिक से चार्ज हो जाती है। इसकी कीमत 17.80 करोड़ रुपए(2 मिलियन यूरो) है। जिसकी टक्कर रिमेक लोटस एविजा और आने वाली कार पिनिनफेरिना बतिस्ता से होगी।
300 की रफ्तार लगभग 9 सेकंड में तय कर लेती है
इसका इंजन इतना पावरफुल है कि इसमें 0 से 100 किमी/घंटे की स्पीड पर पहुंचने में सिर्फ 1.85 सेकंड का समय लगता है। वहीं 0 से 300 किमी/घंटे की स्पीड के लिए 9.3 सेकंड का समय लगता है। नेवेरा की टॉप स्पीड 412 किमी/घंटे है। सिंगल चार्ज में 547 किमी तक चलती है।
वजन केवल 200 किलो
रिमेक रावेरा मोनोकोक डिजाइन है इससे गाड़ी में तेज हवा से गाड़ी की स्पीड पर असर नहीं पड़ता है। कार्बन स्ट्रक्चर की वजह से इसका वजन 200 किलो का हो जाता है। इसमें 2, 200 कार्बन फाइबर प्लाई का उपयोग किया गया है। H के आकार में 120 किलोवाट बैटरी पैक है। जो रिमोट में इस्तेमाल होने वाली लगभग 7 हजार सेल के बराबर हैं। बैटरी में एडवांस लिक्विड कूलिंग सिस्टम है। जिससे लम्बे समय तक के लिए अधिक पावर मिलती है।
मार्डन टेक्नालॉजी वाला ब्रेकिंग सिस्टम
पूरे डिजाइन में नेवेरा में फीचर C-Two की तरह हैं। नेवरा में अंडरसाइड, फ्रंट बोनट, रियर डिफ्यूजर और रियर विंग पर एक्टिव एयरो भी है। जिसे या तो कम ड्रैग मोड या उच्च डाउनफोर्स मोड पर सेट किया जा सकता है।
रिमेक के सभी व्हील में पुरानी इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी प्रोग्राम की जगह पर टॉर्क वेक्टरिंग 2 (R-AWTV 2) सिस्टम (ESP) और ट्रैक्शन कंट्रोल (TC) सिस्टम मिलता है, जिससे ग्रिप और ट्रैक्शन को अधिक बढ़ाया जा सकता है। मोटर के फ्री होने की वजह से कार के चारो व्हील को पॉवर मिलती है और रोड की सतह पर पकड़ बनी रहती है। इसमें मॉडर्न टेक्नोलॉजी वाला ब्रेकिंग सिस्टम है