कोलकाता। यास तूफान बुधवार सुबह करीब 9 बजे ओडिशा के भद्रक जिले के तट से टकराया। यहां समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं। कई कॉलोनियों में समुद्र का पानी भर गया है। 120 किलोमीटर प्रति घंटे (kmph) की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। मौसम विभाग (IMD) ने तूफान के लैंडफॉल की पुष्टि की है। बंगाल और ओडिशा के अलावा बिहार, झारखंड, तमिलनाडु और कर्नाटक में भी तूफान का असर है।
बेहद खतरनाक तूफान ‘यास’ के कारण झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले में सुबह से बारिश हो रही है। कई जिलों में चेतावनी जारी की गई है। वहीं, पटना सहित बिहार के 26 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है। ओडिशा के चांदीपुर और बालासोर तो बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले में तूफान सबसे ज्यादा प्रभावी है। बंगाल के दीघा और मंदार्मानी में होटलों और दुकानों में समुद्र का पानी भर गया है।
कहां आर्मी की कितनी टीमें तैनात?
बंगाल के नदिया, पश्चिमी मेदिनीपुर, पुरुलिया, पश्चिमी बर्धमान, झारग्राम, पुरुलिया, बांकुरा, बीरभूम, हावड़ा, कोलकाता पोर्ट, दक्षिण 24 परगना, पूर्वी कोलकाता, सेंट्रल मेदिनीपुर, पूर्वी मेदिनीपुर, दक्षिणी कोलकाता, हुगली, बेहला (कोलकाता) में एक-एक टीम तैनात है। वही, ओडिशा के बालासोर में तीन टीमें और एक इंजीनियरिग टास्क फोर्स की तैनाती की गई है।
ओडिशा के 6 जिले हाई रिस्क जोन घोषित
एयरफोर्स और नेवी ने भी अपने कुछ हेलिकॉप्टर और नावें राहत कार्य के लिए रिजर्व रखी हैं। तूफान को लेकर ओडिशा के 6 जिले हाई रिस्क जोन घोषित किए गए हैं। इनमें बालासोर, भद्रक, केंद्रपारा, जगतसिंघपुर, मयूरभंज और केओनझार शामिल हैं।
बंगाल में 11 लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि 11.2 लाख लोगों को सुरक्षित जगह पहुंचाया गया है। तूफान के असर से हालिशहर में 40 हजार से ज्यादा घरों को नुकसान हुआ है। इस दौरान 4-5 लोग घायल भी हुए। छुछुरा में भी करीब इतने ही घर क्षतिग्रस्त हुए, जबकि पंदुआ में बिजली गिरने से 2 लोगों की मौत हुई। राज्य के गवर्नर जगदीप धनखड़ कोलकाता के अलीपुर स्थित मौसम विभाग के ऑफिस पहुंचे। यहां उन्होंने चक्रवात से निपटने के लिए मौजूद संसाधनों का जायजा लिया।