कोटा। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने देश में फैले कोरोना ने जो विकराल रूप दिखाया है, उससे सभी वर्ग सहम गया है। चारों ओर तबाही का मंजर नजर आ रहा है। जिस तरह की बर्बादी हो रही है, उससे आमजन में भय एवं आतंक का माहौल बना दिया है। आगे भी हालात सुधरते नजर नहीं आ रहे हैं। जानमाल की भारी तबाही हो रही है।
जैन व माहेश्वरी ने केंद्र एवं राज्य सरकारों से अपील की है कि इसके फैलाव को रोकने के सार्थक प्रयास होना अति आवश्यक हो गया है। पिछले 15 माह से चल रहे लॉकडाउन ने व्यापारियों, उद्यमियों, हॉस्टल व्यवसायियों और उनसे जुड़े सभी वर्गों को धरातल पर लाकर पटक दिया है। एक तो कोरोना बीमारी की मार एवं दूसरी और व्यापार उद्योग का चौपट होना।
सरकार को चाहिए कि वह व्यापारियो उद्यामियो के लिए बड़ी राहत पैकेज जो वास्तविक हो की घोषणा की करें। जिससे व्यापारियों एवं उद्यमियों को तुरंत राहत मिल सके। वरना एक तरफ तो कोरोना से लोग मर रहे हैं। दूसरी ओर अब काम धंधे खत्म होने से लोग आत्महत्या करने करेंगे ।
जैन में माहेश्वरी ने राज्य व केंद्र सरकार से तुरंत राहत देने के लिए बैंकों के लोन की ईएमआई स्थगित करने, ब्याज मुक्त करने, बिजली के बिलों को स्थगित करने के साथ किसी भी तरह के पुराना बकाया हो उसको माफ करने की मांग की है। इसके साथ ही छोटे-छोटे व्यापारियों जिनकी कार्यशील पूंजी आदि घाटे की वजह से समाप्त हो गई है, उनको पुनः अपने व्यवसाय को शुरू करने के लिए बैंक ऋण जो ब्याज मुक्त हो एवं कुछ अनुदान देने की मांग की है।
जैन एवं माहेश्वरी ने उन लोगों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की है, जो कोरोना काल में अकाल मौत के शिकार हुए हैं। कई व्यापारी परिवार है जो इस महामारी के शिकार हुए हैं। कई परिवारों के मुखिया के चले जाने से उनका सब कुछ लुट गया है। अब उन्हें कोई संभालने वाला भी नहीं बचा है। ऐसे परिवारों को पुनर्वास के लिए प्रयास होने चाहिए। उस परिवार पर सभी तरह के कर्जे को माफ किया जाना चाहिए। जिससे वह परिवार दोबारा पटरी पर आ सके।