सेंसेक्स 502 अंक गिरकर 80182 पर बंद, निवेशकों के 2 दिन में 7 लाख करोड़ डूबे

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नई दिल्ली। Stock Market ClosedL घरेलू शेयर बाजार बुधवार को लगातार पांचवें ट्रेडिंग सेशन में गिरकर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले विदेशी निवेशक जोखिम लेने से बच रहे हैं और अमेरिकी शेयरों में निवेश के चलते भारतीय इक्विटी बेच रहे हैं। साथ ही किसी भी प्रमुख घरेलू ट्रिगर नहीं होने की वजह से बाजार आज गिरकर बंद हुआ। पिछले दो दिन में निवेशकों के दो दिन में ₹7 लाख करोड़ डूब गए।

तीस शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) बुधवार को मामूली गिरावट के साथ 80,666.26 अंक पर खुला। पिछले ट्रेडिंग सेशन में यह 80,684.45 के स्तर पर बंद हुआ था। अंत में सेंसेक्स 502.25 अंक या 0.62% की गिरावट लेकर 80,182.20 पर बंद हुआ।

इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी-50 (Nifty-50) भी गिरावट लेकर 24,300 के नीचे खुला। बाद में इसमें गिरावट बढ़ गई। अंत में यह 155.05 अंक या 0.64% फिसलकर 24,180.95 पर बंद हुआ।

टॉप लूजर्स
सेंसेक्स (Sensex) की कंपनियों में टाटा मोटर्स (Tata Motors) का शेयर 2.75% गिरकर बंद हुआ। पावर ग्रिड, एनटीपीसी, अदाणी पोर्ट्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक, एलएंडटी, बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक, भारती एयरटेल, एशियन पेंट्स के शेयर प्रमुख रूप से गिरावट में रहे।

टॉप गेनर्स
दूसरी तरफ, टीसीएस (TCS) का शेयर सबसे ज्यादा चढ़कर बंद हुआ। इसके अलावा इंडेक्स हैवी वेट रिलायंस इंडस्ट्रीज और सनफार्मा, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, इंफोसिस और आईटीसी के शेयर हरे निशान में रहे।

गिरावट की वजह
एक्सपर्ट्स का मानना है कि दिन के अंत में अमेरिकी केंद्रीय बैंक के नीतिगत निर्णय से पहले निवेशक सतर्क रुख अपना रहे हैं। निवेशकों का अनुमान है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में 25 बेसिस पॉइंट की कटौती कर सकता है। हालांकि, निवेशकों का ज्यादा ध्यान इस बात पर रहेगा कि फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल बैठक के बाद क्या कहते हैं।

मोबिक्विक आईपीओ लिस्टिंग
डिजिटल पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर वन मोबिक्विक सिस्टम के शेयरों की बाजार में धमाकेदार एंट्री हुई। एनएसई (NSE) पर वन मोबिक्विक सिस्टम का आईपीओ 440 रुपये पर लिस्ट हुआ, जो इसके इश्यू प्राइस ₹279 से 57.70% अधिक है। वहीं, बीएसई (BSE) पर यह रुपये पर 442.25 रुपये लिस्ट हुआ, जो आईपीओ प्राइस बैंड के अपर एंड से 58% ज्यादा है।