कोच्चि। Black pepper Price: केरल में कालीमिर्च के नए माल की तुड़ाई-तैयारी आरंभ हो गई है जबकि श्रीलंका से भी इसका नियमित रूप से आयात हो रहा है। इसके फलस्वरुप घरेलू प्रभाग में इस महत्वपूर्ण मसाले की उपलब्धता बढ़ने लगी है और कारोबार की गति सुस्त होने से कीमतों पर दबाव पड़ने की संभावना है।
समीक्षकों के अनुसार कालीमिर्च का उत्पादन 2024-25 के सीजन में 10-15 प्रतिशत तक घट सकता है क्योंकि कर्नाटक, केरल एवं तमिलनाडु जैसे शीर्ष उत्पादक राज्यों में मौसम पूरी तरह अनुकूल नहीं रहा।
अगले महीने से नई फसल की आपूर्ति बढ़ने लगेगी और उसके बाद कर्नाटक में नए माल की आवक शुरू होने पर उपलब्धता में और भी वृद्धि हो जाएगी। हाल के दिनों में कालीमिर्च का भाव कुछ तेज हुआ है मगर यह तेजी स्थायी रहना मुश्किल लगता है। इसके दो कारण बताए जा रहे हैं।
पहली बात यह है कि दिसावर व्यापारी या स्टॉकिस्ट अब रेग्युलेटेड नीलामी केन्द्रों में भाग लेने के बजाए सीधे उत्पादक क्षेत्रों में किसानों से अपेक्षाकृत सस्ते दाम पर कालीमिर्च की खरीद को प्राथमिकता देने लगे हैं। दूसरा कारण यह है कि श्रीलंका सहित अन्य देशों से सस्ती कालीमिर्च नियमित रूप से भारतीय बाजार में पहुंच रही है।
कोच्चि के टर्मिनल मार्केट में कालीमिर्च का भाव पिछले दिनों 660/675 रुपए प्रति किलो दर्ज किया गया जिससे संकेत मिलता है कि अभी तक इसके दाम में ज्यादा नरमी नहीं आई है।
कालीमिर्च का निर्यात प्रदर्शन इस बार कुछ बेहतर है। चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में यानी अप्रैल-सितम्बर 2024 के दौरान देश से 10,150 टन कालीमिर्च का निर्यात हुआ जो पिछले साल की समान अवधि के शिपमेंट 8094 टन से अधिक रहा। इसकी निर्यात आय में भी अच्छी बढ़ोत्तरी हुई।