कोटा के महावीर नगर तृतीय स्थित उनके निवास पर एसीबी ने मारा था छापा
जयपुर/कोटा। एसीबी कोटा की टीम ने 2 लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोपी जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग डूंगरपुर के सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर अनिल कछवाहा को करोड़ों रुपए के बिल पास करने की एवज में उनके कोटा निवास पर तलाशी ली। इस दौरान 4 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ।
एसीबी की टीम मंगलवार रात को महावीर नगर तृतीय स्थित उनके निवास पर गई। यह तलाशी मंगलवार रहता देर रात 8 शुरू हुई थी जो बुधवार सुबह 8 बजे तक जारी थी। कोटा एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार ने बताया कि उनके हाउस सर्च में 4 करोड़ की संपत्ति का खुलासा हुआ है।
इस संबंध में ऐसी भी पूरी रिपोर्ट बनाकर मुख्यालय को भेज रही है। इसके अलावा बैंक खाते और लॉकर जांच अभी बाकी है। इसके साथ ही घर में 9.22 लाख रुपए नगद मिले हैं। इनमें डूंगरपुर के परिवादी से ली रिश्वत के 1 लाख रुपए भी शामिल हैं।
एएसपी विजय स्वर्णकार ने बताया कि डूंगरपुर एसीबी की ट्रैप के बाद कोटा की टीम उच्च अधिकारियों के निर्देश पर तलाशी लेने के लिए गई थी, तब दो स्वतंत्र गवाह भी थे। उनके सामने 12 घंटे तक तलाशी ली गई। अनिल कछवाह उनकी पत्नी और मां के नाम 20 से ज्यादा बैंक खाते मिले हैं। इन बैंक खातों में अंतिम जमा फिलहाल 88 लाख रुपए, पासबुक के आधार पर है। इसके अलावा इन बैंक खातों से जुड़े लॉकर और शेष राशि के संबंध में बैंकों से ही पड़ताल की जाएगी।
दूसरी तरफ उनके घर पर 1.87 करोड़ रुपए की फिक्स डिपाजिट मिली है। यह अधिकांश कोऑपरेटिव बैंक में कार्रवाई हुई है। साथ ही दो भूखंड के कागजात मिले हैं। इनमें एक राजीव गांधी स्पेशल और दूसरा श्रीनाथपुरम में है। जिनकी खरीद की राशि 1.16 करोड़ के आसपास है। घर में विशेष ज्वेलरी नहीं मिली है, लेकिन बैंक लॉकर की तलाशी में आगे की जानकारी मिल सकती है। फिलहाल इन सभी बैंक खातों और लॉकर को सीज करवा दिया जाएगा।