दो बेटियों ने अनजान के लिए प्लाज्मा डोनेशन कर बचाई जिंदगी

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कोटा। कितनी ही परेशानियां आए, बेटियां ही होती हैं, जो रिश्तों की डोर को थामे रखती हैं, ये रिश्ता चाहे अपनो का हो या समाज का हर जगह बेटियां से ही जिंदगियां खुशनुमा होती हैं, जब किसी की ज़िंदगी का सवाल हो तो वो जीवन द्रव्य का दान भी कर जाती है। ऐसे ही अनजान की जान बचाने के लिए शहर की दो बेटियां शुक्रवार को आगे आई और प्लाज्मा डोनेशन किया। अब तक कोटा में 10 बेटियां प्लाज्मा डोनेशन कर चुकी हैं।

टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के जोन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने बताया कि अनंतपुरा ओम एनक्लेव निवासी कप्पा इंटरनेट सर्विस प्रा.लि. की प्रबंध निदेशक कृतिका अग्रवाल (24) ओ पॉजिटिव व उनकी दोस्त गोल्डमैनसैक बैंक बैग्लोर में सोफ्टवेयर डवलपर, मुस्कान अग्रवाल (23) बी पॉजिटिव बी ने एक साथ प्लाज्मा डोनेशन किया। गुप्ता ने बताया कि दोनो ही दोस्त साथ में पढ़ी, खेली, बड़ी हुई और साथ में ही कोरोना पॉजिटिव भी हुई और उसके बाद दोनों ने एक साथ एक ही दिन प्लाज्मा डोनेशन किया।

कृतिका का कहना है कि उन्होंने कोरोना की विकट परिस्थियों को करीब घर मे ही बड़ीअनहोनी के रूप में देखा है। प्लाज्मा का महत्व भी वह अच्छे से जानती है। उनके पिता कृष्णकांत अग्रवाल की मौत भी कोरोना से ही हुई है। ऐसे में प्लाज्मा से किसी की जान बच जाए तो ये अपने आप को कृतज्ञ महसूस करेंगी। उनके चाचा राजीव अग्रवाल तीन बार प्लाज्मा दे चुके हैं। उनकी प्रेरणा से उन्होंने प्लाज्मा डोनेशन किया।

वहीं मुस्कान का कहना है कि हमने पहले प्लाज्मा की उपयोगिता व उसके कई पहलुओं को नेट पर सर्च किया। इसके महत्व को जाना, उसके बाद शीघ्र ही प्लाज्मा डोनेशन करने का निर्णय किया। उन्होंने कहा कि परिवार में सेवा का भाव है, लेकिन वर्तमान में भय से ग्रसित लोगों के हालातों के चलते परिवार में लोग डरे हुए हैं। लेकिन हम युवा है, डर को मात देकर ही हम आगे बढ़ सकते हैं। ऐसे में हमने प्लाज्मा डोनेशन का निर्णय किया और लोगों को बचाने का प्रयास किया।

इस दौरान महावीर नगर निवासी किराना के थोक व्यवसायी सचिन कुमार गुप्ता (33) ओ पॉजिटिव व महावीर नगर द्वितीय निवासी चेतन जैन (38) ओ पॉजिटिव ने भी प्लाज्मा डोनेशन किया। जैन 10 बार एसडीपी व 40 बार रक्तदान कर चुके हैं। इस अवसर पर एडवोकेट महेद्र वर्मा, वर्धमान जैन, मनीष माहेश्वरी व सीए मनीष बंसल, व भुवनेश गुप्ता का उल्लेखनीय योगदान रहा। सभी टीम सदस्यों ने मिलकर अधिकाधिक लोगो को प्लाज़्मा हेतु मोटीवेट किया।

अब तक 632 लोग कर चुके प्लाज्मा डोनेशन
प्लाज्मा डोनेशन अभियान निरंतर जारी है। कोटा शहर की अनेक संस्थाएं मरीजों की जान बचाने के लिए आगे आ रही हैं। ऐसे में टीम जीवनदाता के प्रयासों से अब तक सैकडों लोगों को प्लाज्मा उपलब्ध कराया जा चुका है। भुवनेश गुप्ता ने बताया कि एमबीएस में अब तक 632 लोग प्लाज्मा डोनेशन कर चुके हैं। 622 पुरुष व 10 बेटियां अब तक प्लाज्मा डोनेश कर करीब एक हजार से अधिक लोगों की जान बचा चुके हैं।